बाइस अक्टूबर का दिन जम्मू-कश्मीर के लोगों पर पाकिस्तान के अत्याचारों की याद दिलाता है: उपराज्यपाल

बाइस अक्टूबर का दिन जम्मू-कश्मीर के लोगों पर पाकिस्तान के अत्याचारों की याद दिलाता है: उपराज्यपाल

  •  
  • Publish Date - October 23, 2021 / 01:21 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:45 PM IST

Lt Governor on reminder of Pakistan’s atrocities : श्रीनगर, 22 अक्टूबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि 22 अक्टूबर का दिन पाकिस्तान के उन अत्याचारों की याद दिलाता है जब पड़ोसी देश के कबायलियों ने 1947 में घाटी पर धावा बोला था। उन्होंने कहा कि यह दिन हमेशा न केवल इस केंद्रशासित प्रदेश की जनता बल्कि पूरी मानवता के लिये एक काला दिवस रहेगा।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि सिन्हा ने उन सभी बहादुर सैनिकों और नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो अक्टूबर 1947 में पश्तून आदिवासियों के भेष में आए पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा मारे गए थे।

उपराज्यपाल ने यहां शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में ”22 अक्टूबर, 1947 की यादें” विषय पर एक सेमिनार में कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों पर पाकिस्तान के अत्याचारों को दुनिया के सामने उजागर किया जा चुका है।

उन्होंने कहा, ”पाकिस्तानी आतंकी हमले का घाव अभी भी ताजा है। 22 अक्टूबर का दिन पाकिस्तान के अत्याचारों की याद दिलाता है और यह हमेशा न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों बल्कि पूरी मानवता के लिए एक काला दिवस रहेगा।”

भाषा जोहेब वैभव

वैभव