Manipur News: इस राज्य में फिर बनेगी भाजपा गठबंधन की सरकार, 44 विधायकों ने की राज्यपाल से मुलाकात

Manipur new government: उन्होंने कहा, 'राज्यपाल ने हमारी बातों पर गौर किया और लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई शुरू करेंगे।' यह पूछे जाने पर कि क्या वह सरकार बनाने का दावा करेंगे, तो उन्होंने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेगा।

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  • Publish Date - May 28, 2025 / 03:35 PM IST,
    Updated On - May 28, 2025 / 04:09 PM IST

Godavari River Accident News/ Image Credit: IBC24 File Photo

HIGHLIGHTS
  • फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू
  • 60 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 59 विधायक
  • विधानसभा अध्यक्ष ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत मुलाकात की

इंफाल: Manipur News, मणिपुर में भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने बुधवार को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात के बाद दावा किया कि 44 विधायक नयी सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। सिंह ने नौ अन्य विधायकों के साथ राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की।

उन्होंने कहा, ’44 विधायक जनता की इच्छा के अनुसार सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने राज्यपाल को यह बता दिया है। हमने इस मुद्दे के लिए क्या समाधान हो सकते हैं, इस पर भी चर्चा की।’ उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल ने हमारी बातों पर गौर किया और लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई शुरू करेंगे।’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह सरकार बनाने का दावा करेंगे, तो उन्होंने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेगा।

सिंह ने कहा, ‘हालांकि, यह बताना कि हम तैयार हैं, सरकार बनाने का दावा पेश करने जैसा है। विधानसभा अध्यक्ष सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत और संयुक्त रूप से मुलाकात की है। किसी ने भी नयी सरकार के गठन का विरोध नहीं किया है।’

फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू

Manipur News, उन्होंने कहा, ‘लोगों को बहुत अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कार्यकाल में कोविड के कारण दो साल बर्बाद हो गए थे और इस कार्यकाल में संघर्ष के कारण दो और साल बर्बाद हो गए हैं।’ भाजपा नेता एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है। मई 2023 में शुरू हुए मेइती और कुकी-जो समुदाय के बीच जातीय संघर्ष से निपटने के उनके सरकार के तरीके को लेकर आलोचनाओं के बीच बीरेन ने इस्तीफा देने का फैसला लिया था।

60 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 59 विधायक

मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 59 विधायक हैं। एक सीट एक विधायक के निधन के कारण रिक्त है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में कुल मिलाकर 44 विधायक हैं, जिसमें 32 मेइती, तीन मणिपुरी मुस्लिम और नौ नगा विधायक हैं। कांग्रेस के पांच विधायक हैं – सभी मेइती हैं। शेष 10 विधायक कुकी हैं – उनमें से सात ने पिछला चुनाव भाजपा के टिकट पर जीता था, दो कुकी पीपुल्स अलायंस के हैं, और एक निर्दलीय विधायक है।

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मणिपुर में इस समय किसकी सरकार है?

उत्तर: फरवरी 2025 से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है। यह फैसला मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद लिया गया था। जातीय संघर्ष और सरकार की नीतियों को लेकर आलोचनाओं के चलते उन्होंने पद छोड़ा।

भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने क्या दावा किया है?

उत्तर: थोकचोम राधेश्याम सिंह ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात कर दावा किया कि 44 विधायक एक नई सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि ये विधायक जनभावना के अनुरूप स्थायी राजनीतिक समाधान चाहते हैं।

क्या मणिपुर विधानसभा में भाजपा के पास बहुमत है?

उत्तर: मणिपुर विधानसभा की 60 में से फिलहाल 59 सीटें भरी हुई हैं (एक रिक्त)। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास कुल 44 विधायक हैं, जो बहुमत (30 से अधिक) से ज्यादा है।

कुकी, मेइती और नगा विधायकों की भूमिका क्या है?

उत्तर: मेइती: 32 विधायक भाजपा गठबंधन के हैं। मणिपुरी मुस्लिम: 3 विधायक। नगा: 9 विधायक। कुकी: 10 विधायक – इनमें से 7 ने भाजपा टिकट पर चुनाव जीता था, 2 कुकी पीपुल्स अलायंस के हैं, और 1 निर्दलीय है। इन समुदायों की जातीय पहचान और संघर्ष मणिपुर की राजनीतिक दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा रही है।

आगे क्या हो सकता है – क्या सरकार बनने की संभावना है?

उत्तर: सरकार बनाने को लेकर अभी भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेगा। अगर वे समर्थन और संख्या बल को पर्याप्त मानते हैं, तो राज्यपाल को सरकार बनाने का औपचारिक दावा सौंपा जा सकता है। अन्यथा राष्ट्रपति शासन जारी रह सकता है या चुनाव की घोषणा हो सकती है।