Amanjot Kaur World Cup Catch: “एक कैच सूर्या ने लिया, एक मैंने, और दो वर्ल्ड कप घर आ गए”.. अपने स्वागत से गदगद क्रिकेटर अमनजोत कौर..

Amanjot Kaur World Cup Catch: 25 साल की अमनजोत कौर पंजाब के मोहाली की रहने वाली हैं। वह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बावजूद इसके, क्रिकेट के प्रति उनके जुनून को देखकर उनकी फैमिली ने उन्हें हर तरह से सपोर्ट किया।

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  • Publish Date - November 7, 2025 / 12:22 PM IST,
    Updated On - November 7, 2025 / 12:22 PM IST

Amanjot Kaur World Cup Catch || Image- ANI News File

HIGHLIGHTS
  • पंजाब ने किया अमनजोत का भव्य स्वागत
  • सूर्या और अमनजोत के कैच पर चर्चा
  • पिता ने जगाई क्रिकेट की प्रेरणा

Amanjot Kaur World Cup Catch: चंडीगढ़: आईसीसी महिला विश्व कप में शानदार जीत के बाद अब महिला क्रिकेटर्स अपने घर लौटने लगी हैं। अपने गाँव और शहर लौटने पर देश की बेटियों का भव्य स्वागत किया जा रहा है। ढोल-नगाड़े बज रहे हैं, खिलाड़ियों को फूलों से तौला जा रहा है। अपनी इस आगवानी से खिलाड़ी भी गदगद नज़र आ रही हैं।

Amanjot Kaur Biography: कौर का अभूतपूर्व स्वागत

इस बीच, फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका की कप्तान का कैच लपककर सुर्खियाँ बटोरने वाली अमनजोत कौर जब अपनी जन्मभूमि पहुँचीं, तो उनका भी ज़ोरदार तरीके से स्वागत किया गया। अमनजोत कौर की आगवानी के लिए पूरा गाँव और शहर इकट्ठा हो गया था। गाजे-बाजे के साथ अमनजोत का अभूतपूर्व स्वागत किया गया।

Amanjot Kaur News in Hindi: ‘परिवार ने दिया साथ’: अमनजोत कौर

Amanjot Kaur World Cup Catch: इस मौके पर मीडिया भी वहाँ मौजूद थी। अमनजोत कौर ने कहा, “आप देख सकते हैं कि पूरा पंजाब मेरा स्वागत करने के लिए यहाँ मौजूद है। इससे बेहतर और क्या हो सकता है?” प्रधानमंत्री से मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा, “उन्होंने कैच के बारे में बात की। सूर्या भैया ने एक कैच लिया और मैंने भी एक कैच लिया, और दो विश्व कप घर आ गए। उन्होंने इसके बारे में बात की…” वह यह भी कहती हैं, “मेरे परिवार ने मेरा बहुत साथ दिया। अगर परिवार ही साथ नहीं देगा तो हम आगे कैसे बढ़ पाएँगे? उनके बिना हम कुछ भी नहीं हैं।”

Amanjot Kaur Kaun Hain?: कौन हैं अमनजोत कौर?

25 साल की अमनजोत कौर पंजाब के मोहाली की रहने वाली हैं। वह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बावजूद इसके, क्रिकेट के प्रति उनके जुनून को देखकर उनकी फैमिली ने उन्हें हर तरह से सपोर्ट किया। पिता भूपिंदर सिंह ने बिटिया को क्रिकेटर बनाने में अहम भूमिका निभाई। अमनजोत के पिता पेशे से कारपेंटर हैं और मोहाली में एक दुकान पर काम करते हैं।

Amanjot Kaur World Cup Catchअमनजोत को एक बार गली के लड़कों ने बल्लेबाजी देने से मना कर दिया था, क्योंकि वह लड़कों के साथ खेलते हुए खूब चौके उड़ाती थीं। जब यह बात पिता को पता चली, तो उन्होंने उसी दिन बेटी के लिए एक बल्ला खरीदा और उसे बिटिया के तकिए के नीचे रखा। जब अमनजोत को बल्ला मिला तो वह खुशी से उछल पड़ीं। तभी पिता ने कहा था – “तू खेल, पुत्तर, खेल।”

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