कोलकाता, 15 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम के दौरान हुई हालिया अराजकता को ‘प्रबंधन की विफलता’ करार देते हुए सोमवार को कहा कि वह इस संबंध में केंद्र को एक ‘जनहितैषी रिपोर्ट’ सौंपेंगे।
बोस ने यहां लोक भवन में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस घटना से‘‘सभी फुटबॉल प्रेमियों की भावनाएं आहत हुई हैं’’ और ‘‘आम आदमी, विशेष रूप से फुटबॉल के प्रशंसकों की गरिमा को ठेस पहुंची है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक जनहितैषी रिपोर्ट होगी, जिसे मैं भारत सरकार को सौंपूंगा और साथ ही राज्य सरकार को भी सुझाव दूंगा।’’
स्टेडियम में 13 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम तब व्यापक हिंसा और अव्यवस्था में तब्दील हो गया, जब मेस्सी कड़ी सुरक्षा घेरे में वहां पहुंचे और टिकट के बावजूद फुटबॉल प्रेमियों को उनकी झलक पाने में समस्या का सामना करना पड़ा। मेस्सी 2011 के बाद पहली बार कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में पहुंचे थे।
राज्यपाल ने स्वयं रविवार को कार्यक्रम स्थल का दौरा किया था।
बोस ने योजना और प्रशासन में खामियों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘ उस दिन जो हुआ, वो नहीं होना चाहिए था। इससे दुनिया भर के फुटबॉल प्रेमियों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसने आम आदमी, विशेषकर फुटबॉल प्रशंसकों की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। प्रबंधन की विफलता रही है। व्यवस्थागत विफलता रही है। यह आश्चर्य की बात है कि इतनी बड़ी भीड़ के लिए कोई मानक संचालन प्रक्रिया भी नहीं थी।”
बोस ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार को न्यायिक जांच का आदेश देने, सभी दोषियों को गिरफ्तार करने और दर्शकों को टिकट की कीमत वापस करने का निर्देश पहले ही दे दिया है।
राज्यपाल ने विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन को हुए नुकसान का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘स्टेडियम सार्वजनिक संपत्ति है। अराजकता के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों में विफल रहने वाले अधिकारियों, विशेष रूप से पुलिस के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल जैसे सभ्य समाज में ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए।’’
राज्यपाल से जब सवाल किया गया कि क्या कार्यक्रम में देखे गए नेता जांच के दायरे में आएंगे, तो उन्होंने कहा,‘‘मैं इन मुद्दों पर अपनी टिप्पणियां पहले गोपनीय रूप से अपनी सम्मानित संवैधानिक सहयोगी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) को, फिर अन्य संबंधित पक्षों को बताऊंगा, और उसके बाद ही इसे सार्वजनिक करूंगा।’’
भाषा धीरज दिलीप
दिलीप