लखनऊ, 15 दिसंबर (भाषा) टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की और राज्य में टाटा समूह द्वारा संचालित एवं प्रस्तावित परियोजनाओं की प्रगति, विस्तार और नए निवेश प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान के मुताबिक, इस मुलाकात में कृत्रिम मेधा (एआई), आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा विनिर्माण, ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), पर्यटन, कौशल विकास और डिजिटल अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न क्षेत्रों में दीर्घकालिक सहयोग को लेकर सहमति बनी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार निवेशकों को स्थिर नीति, पारदर्शी व्यवस्था और अनुकूल कारोबारी परिवेश उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि टाटा समूह के साथ यह बहुआयामी सहयोग राज्य की अर्थव्यवस्था, रोजगार सृजन और तकनीकी आत्मनिर्भरता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
मुख्यमंत्री और टाटा संस के चेयरमैन के बीच हुई यह बैठक उत्तर प्रदेश को 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प की दिशा में महत्वपूर्ण है।
बैठक के दौरान चंद्रशेखरन ने लखनऊ में ‘एआई सिटी’ विकसित करने का प्रस्ताव रखा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश को कृत्रिम मेधा के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
गोरखपुर में 48 करोड़ रुपये से तैयार हो रहे ‘उत्कृष्टता केंद्र’ की स्थापना से जुड़े कार्य की प्रगति पर भी चर्चा हुई। इसकी स्थापना से खासकर पूर्वांचल क्षेत्र के युवाओं को उन्नत तकनीकी प्रशिक्षण और अवसर प्राप्त होंगे।
टाटा समूह ने कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के साथ हुए समझौता ज्ञापन के जरिये एआई, साइबर सुरक्षा, डेटा साइंस, 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन और स्पेस टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह पहल प्रदेश में कौशल विकास और उद्योग के लिए तैयार कार्यबल तैयार करने में सहायक होगी।
चंद्रशेखरन ने बैठक में उत्तर प्रदेश में वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) की स्थापना को लेकर भी चर्चा की। साथ ही टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की लखनऊ, नोएडा और वाराणसी इकाइयों के विस्तार पर भी सहमति बनी।
बयान के मुताबिक, टीसीएस के लखनऊ और नोएडा परिसर में तैनात कार्यबल को 16,000 से बढ़ाकर 30,000 किए जाने का प्रस्ताव राज्य के ‘डिजिटल टैलेंट पूल’ को नई मजबूती प्रदान करेगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की तेजी से विकसित होती क्षमता को देखते हुए टाटा समूह ने मोबाइल उपकरणों, इलेक्ट्रॉनिक कल-पुर्जों और अन्य ‘हाई-टेक’ उत्पादों के निर्माण में निवेश बढ़ाने की इच्छा जताई। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक बसों, ईवी और अन्य वाहनों के नए मॉडलों के निर्माण में भी सहयोग और निवेश विस्तार पर सहमति बनी।
बयान के अनुसार, टाटा समूह ने झांसी सहित प्रदेश के विभिन्न रक्षा औद्योगिक नोड्स में ड्रोन, मिसाइल और रक्षा वाहनों के विनिर्माण के लिए निवेश बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। टाटा समूह ने मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप प्रदेश की रक्षा प्राथमिकताओं में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।
उत्तर प्रदेश में वैश्विक एवं घरेलू पर्यटन के तीव्र विस्तार को ध्यान में रखते हुए टाटा संस के चेयरमैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश में समूह की संचालित एवं प्रस्तावित होटल श्रृंखला के विस्तार को लेकर जानकारी साझा की।
इसके अतिरिक्त, टाटा समूह के सहयोग से अयोध्या में प्रस्तावित ‘म्यूज़ियम ऑफ टेम्पल’ परियोजना के निर्माण कार्य के पहले चरण को जनवरी 2027 तक पूर्ण करने पर विशेष जोर दिया गया। इस संग्रहालय में अत्याधुनिक तकनीक आधारित डिस्प्ले विकसित किए जा रहे हैं, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक विशिष्ट आकर्षण केंद्र होंगे।
बैठक के दौरान चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा मोटर्स द्वारा प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के निर्माण को विस्तार दिया जा रहा है और ईवी के नए मॉडलों के विकास पर भी कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही उन्होंने ऊर्जा अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास से जुड़ी टाटा समूह की प्रमुख पहलों की जानकारी भी साझा की।
भाषा आनन्द अमित रमण प्रेम
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