Publish Date - April 26, 2022 / 06:56 PM IST,
Updated On - November 29, 2022 / 07:52 PM IST
आंध्र प्रदेश में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। ये घटना सोचने पर मजबूर कर रही है। शव एंबुलेंस नहीं मिलने पर एक पिता को अपने 10 साल बेटे के शव को 90 किलोमीटर दूरी तक मोटरसाइकिल से ले जाना पड़ा। बताया जाता है कि तिरुपति के एक सरकारी अस्पताल में एम्बुलेंस चालक ने इसके लिए ज्यादा पैसे मांगे थे। इस वजह से पैसा नहीं होने के कारण पिता को मजबूरी में बाइक से अन्नामय्या जिले के चितवेल ले जाना पड़ा।
आरोप है कि अस्पताल में पहले एम्बुलेंस ड्राइवर ने दूसरी एम्बुलेंस को शव ले जाने से मना कर दिया। कहा कि शव उसके ही एम्बुलेंस में जाएगा। सोमवार रात आरयूआईए के सरकारी सामान्य अस्पताल में इलाज के दौरान खेतिहर मजदूर के बेटे जेसवा की तबीयत खराब होने से मौत हो गई। अस्पताल में एम्बुलेंस चालक ने शव को ले जाने के लिए 10 हजार रुपये मांगे, जिसे चुका पाने में गरीब पिता असमर्थ था।
इस घटना से लोगों में आक्रोश है। अस्पताल एम्बुलेंस के ड्राइवर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आरोप लगाया कि अस्पताल के अधिकारियों ने उनकी एम्बुलेंस का संचालन बंद कर दिया है और लोगों को लूटने वाले निजी एम्बुलेंस ऑपरेटरों के साथ मिलीभगत की है।