महाराष्ट्र। पिछले 5 दिन से अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटाने की बात कही है ।उनका कहना है कि मुझे ये अवार्ड सामाजिक हित और देश की रक्षा के लिए दिया गया था। लेकिन अगर देश या समाज इस हालत में है, तो मुझे इस पुरस्कार को रखने का कोई औचित्य नहीं।
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बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे 30 जनवरी से ही अपने गृह ग्राम रालेगण सिद्धि में लोकपाल के मुद्दे पर अनशन पर बैठे हैं। केंद्र सरकार से खफा अन्ना हजारे का कहना है कि वह भारत सरकार के द्वारा मिला पद्म भूषण सम्मान राष्ट्रपति को लौटा देंगे। अन्ना हजारे का कहना है कि लोकपाल नियुक्त करने की मांग कर रहे है। मैंने उस पुरस्कार के लिए काम नहीं किया, आपने केवल मुझे दिया जबकि मैं सामाजिक कारण और देश के लिए काम कर रहा था।
Anna Hazare: I will be returning my Padma Bhushan award to the President. I did not work for that award, you only gave me that while I was working for social cause & the country. If the country or society is in this condition, then why should I keep that? (03.02.19) pic.twitter.com/bch2mmw08o
— ANI (@ANI) February 4, 2019
अब उनका कहना है कि ’मैं अपना पद्म भूषण सम्मान राष्ट्रपति को वापस लौटाउंगा. मैंने ये अवॉर्ड सामाजिक सेवा के लिए लिया था, लेकिन जब देश इस स्थिति में है, तो मैं कैसे ये अवॉर्ड रख सकता हूं?’’ आपको बता दें कि सामाजिक सेवा के लिए अन्ना हजारे को 1990 में पद्म श्री और 1992 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था