ईटानगर, 31 दिसंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बुधवार को ‘डोन्यी पोलो दिवस’ की शुभकामनाएं देते हुए इस स्वदेशी मान्यता को राज्य के लोगों की पहचान और पूर्वजों के ज्ञान, नैतिकता व प्रकृति के साथ सामंजस्य पर आधारित एक जीवंत परंपरा बताया।
अरुणाचल प्रदेश में स्वदेशी मान्यता, संस्कृति और मूल्यों के महत्व को रेखांकित करने के लिए डोन्यी पोलो दिवस मनाया जाता है, जो प्रकृति और पैतृक परंपराओं के साथ राज्य के मजबूत आध्यात्मिक संबंध को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि डोन्यी पोलो कोई अपनाई या उधार ली गई मान्यता नहीं है, बल्कि लोगों के अस्तित्व का एक अभिन्न अंग है।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “डोन्यी पोलो कोई उधार ली गई मान्यता नहीं है। यह हमारी पहचान है। यह हमारी नैतिकता, प्रकृति के साथ हमारे संबंध और सत्य की हमारी समझ का आधार है।”
भाषा जोहेब रंजन
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