नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल मामले में भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सदस्य रमेश बिधूड़ी के खिलाफ ‘कार्रवाई में विलंब’ को लेकर सोमवार को सवाल खड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी को संभवत: भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की स्वीकृति हासिल थी।
उन्होंने यह दावा भी किया कि उनके खिलाफ सबूत ढूंढने का प्रयास हो रहा है ताकि एक विमर्श गढ़ा जा सके।
दानिश अली के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे बिधूड़ी ने सोमवार को सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। इससे कुछ दिन पहले उनकी टिप्पणी के लिए पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
इस बारे में पूछे जाने पर अली ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अगर ये (भाजपा) कार्रवाई करने को लेकर गंभीर हैं तो उनको बुलाकर क्यों पूछा जा रहा है? हर चीज तो रिकॉर्ड पर है। क्या कोई नया विमर्श गढ़ने की साजिश करनी है? अब और क्या सबूत चाहिए? ’’
बसपा सांसद ने आरोप लगाया, ‘‘अब तो ऐसा लग रहा है कि इसमें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की संस्तुति थी कि आप (बिधूड़ी) ऐसा बोलिए, जिस पर मैं कुछ प्रतिक्रिया दूंगा, ताकि आप (भाजपा) मेरे और मेरे समुदाय के बारे में अलग विमर्श चला सकें।’’
उन्होंने यह दावा भी किया कि बिधूड़ी के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा कार्रवाई में विलंब हो रहा है।
अली का कहना था, ‘‘ढूंढा जा रहा है कि दानिश अली के खिलाफ शायद कोई सबूत मिल जाए। मेरी चुनौती है कि अगर कोई सबूत है तो सामने लाइए। देश के प्रधानमंत्री के बारे में इस तरह की भाषा का उपयोग करना आपकी (भाजपा) मानसिकता हो सकती है, मेरे ऐसे संस्कार नहीं हैं। यह आपका संस्कार और आपका आचरण है।’’
अली ने कहा, ‘‘देश की जनता ने भाजपा का आचरण देख लिया है।’’
उत्तर प्रदेश के अमरोहा से लोकसभा सदस्य अली ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को भी आड़े हाथ लिया।
अली ने सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘बृजभूषण शरण सिंह वहीं हैं ना, जिनके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। अब वह हमें सिखाएंगे कि क्या करना है, क्या नहीं करना है। हम हमेशा वाजिब सवालों को लेकर सदन में खड़े होते हैं और बात करते हैं।’’
सिंह ने दानिश अली पर सदन में बार बार टोका टोकी करने का आरोप लगाया था। अली ने कहा कि भाजपा सांसद को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
भाषा हक
हक नरेश
नरेश