Jharkhand Excise Scam: शराब घोटाले को लेकर बड़ा एक्शन, EOW ने झारखंड के इन दो IAS अफसरों को किया गिरफ्तार, छत्तीसगढ़ में भी दर्ज है दोनों के खिलाफ FIR

शराब घोटाले को लेकर बड़ा एक्शन, EOW ने झारखंड के इन दो IAS अफसरों को किया गिरफ्तार, Big action regarding liquor scam

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  • Publish Date - May 20, 2025 / 06:43 PM IST,
    Updated On - May 21, 2025 / 12:09 AM IST

Chakubaji In Raipur/ Image Credit: IBC24 File Photo

HIGHLIGHTS
  • IAS विनय कुमार चौबे और IAS गजेंद्र सिंह को EOW ने आबकारी घोटाले में किया गिरफ्तार।
  • दोनों अधिकारियों पर छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट से मिलीभगत कर झारखंड को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
  • मामला 2022 की झारखंड की नई शराब नीति से जुड़ा है, जिसमें नीतिगत बदलाव से अवैध लाभ पहुंचाया गया।

रांचीः Jharkhand Excise Scam: झारखंड आबकारी घोटाले मामले की जांच कर रही EOW की टीम ने एक बड़ा एक्शन लिया है। टीम ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे को और IAS गजेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर आबकारी घोटाले में शामिल होने का आरोप है। वर्तमान में IAS विनय चौबे पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव के पद पर हैं। दोनों अधिकारियों का नाम छत्तीसगढ़ EOW में दर्ज FIR में भी है।

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Jharkhand Excise Scam: मिली जानकारी के अनुसार एसीबी की एक टीम सुबह चौबे के आवास पर पहुंची और उन्हें पूछताछ के लिए एजेंसी के मुख्यालय ले गई। इसके बाद घंटों हुई पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। एसीबी ने आबकारी विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह से भी पूछताछ की। एसीबी ने विनय कुमार चौबे पर छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट के साथ मिलकर झारखंड में नई शराब नीति बनाने और राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाया। पीई की जांच के दौरान एसीबी ने कई बार तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे और गजेंद्र सिंह से पूछताछ की।

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क्या है पूरा मामला?

यह मामला 2022 में झारखंड में बनी नई शराब नीति से जुड़ा है। आरोप है कि इस नीति में कुछ बदलाव ऐसे किए गए, जिससे छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट के लोगों को फायदा मिला। छत्तीसगढ़ के अधिकारी और व्यापारी मिलकर झारखंड में शराब की सप्लाई, काम करने वाले लोगों की व्यवस्था और होलोग्राम सिस्टम के ठेके हासिल किए। इससे राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ और अवैध कमाई हुई।

झारखंड शराब घोटाले में किन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है?

EOW ने वरिष्ठ IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे और गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है।

इन अधिकारियों पर किस प्रकार के आरोप हैं?

आरोप है कि इन्होंने छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट के साथ मिलकर नई शराब नीति में बदलाव किए और राज्य को आर्थिक नुकसान पहुंचाया।

क्या यह मामला छत्तीसगढ़ से भी जुड़ा है?

हाँ, दोनों अधिकारियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ की EOW में भी FIR दर्ज है और वही सिंडिकेट झारखंड में भी सक्रिय रहा।

यह घोटाला किस वर्ष की शराब नीति से जुड़ा है?

यह मामला 2022 में लागू की गई नई शराब नीति से संबंधित है।

EOW की कार्रवाई में अब तक क्या हुआ है?

EOW ने पूछताछ के बाद दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। अब आगे की जांच और कानूनी प्रक्रिया जारी है।