Bike Parcel by Train
Bike Parcel by Train : अक्सर लोग एक शहर से दूसरे शहर अपनी मोटर साइकिल ले जाने के लिए आसान और सेफ तरीका खोजते रहते हैं। हर कोई चाहता है कि उनकी गाड़ी सही सलामत अपने गंतव्य पर पहुंचे। लेकिन सही जानकारी न होने की वजह से अक्सर लोग उलझन में पड़ जाते हैं। तब ज़हन में सवाल उठता है कि अब क्या किया जाए? तो हम आपको बता दें की आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से बुकिंग करवा सकते हैं।
Bike Parcel by Train
अगर कोई अपनी बाइक/मोटर साइकिल एक शहर से दूसरे शहर भेजना चाहता है। तो वो पर्सनल ट्रांसपोर्ट कंपनियां के द्वारा भी भेज सकता हैं, लेकिन उनका खर्च अधिक होता है और हर शहर में उनकी सुविधा उपलब्ध नहीं होती। वहीं खुद बाइक चलाकर लम्बी दुरी तय करना थकावट भरा और समय की बर्बादी वाला विकल्प है।
Bike Parcel by Train
इसलिए, ऐसे में बाइक/मोटर साइकिल को ट्रेन से भेजना बेहतरीन ऑप्शन माना जाता है। आप ट्रेन के जरिए बाइक/मोटर साइकिल को पार्सल कर के एक शहर से दूसरे शहर सुरक्षित तरीके से अपने गंतव्य पर भेज सकते हैं। रेलवे का पार्सल सिस्टम लंबी दूरी पर गाड़ी भेजने का एक अच्छा तरीका है। इसके जरिए बाइक को आसानी से एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंचाया जा सकता है।
Bike Parcel by Train
बस आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे और जरूरी दस्तावेज तैयार रखने होंगे। सही तरीका अपनाने पर बाइक/मोटर साइकिल सुरक्षित और समय पर अपने गंतव्य पर पहुंचती है। इसके लिए सबसे पहले आपको नजदीकी स्टेशन के पार्सल ऑफिस जाना होगा।
ट्रेन से बाइक पार्सल करने के लिए, आपको नजदीकी रेलवे स्टेशन के पार्सल ऑफिस में अपनी बाइक ले जानी होगी, जहां पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC) की कॉपी, पहचान पत्र और बीमा के कागजात जमा करने होंगे। पूरा पेट्रोल टैंक खाली कर दें, अन्यथा आपको जुर्माना लग सकता है, और बाइक को अच्छी तरह से पैक करें, खासकर हेडलाइट और साइड मिरर जैसे नाजुक हिस्सों को। फिर आपको एक फॉर्म दिया जाएगा जिसमें बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर, कंपनी का नाम, वजन और कीमत जैसी जानकारी भरनी होगी और दूरी और वजन के अनुसार शुल्क भुगतान करने के बाद आपको एक रेलवे रसीद (RR) मिलेगी। बुकिंग काउंटर पर अपनी बाइक सौंपें और रसीद संभाल कर रखें गंतव्य स्टेशन पर इस रसीद को दिखाकर आप अपनी बाइक ले सकते हैं।
Bike Parcel by Train
आप www.parcel.indianrail.gov.in पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं। अपनी बाइक पर एक पहचान चिन्ह या गंतव्य स्टेशन का नाम जरूर लिखें ताकि पहचान आसान हो सके। गंतव्य स्टेशन पर पार्सल पहुँचने के 48 घंटे के भीतर बाइक ले लें, वरना आपको अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है।
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