नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन में कुछ सदस्यों के खड़े होकर आपस में बातचीत करने को लेकर आपत्ति जताई और कहा कि सदस्य ऐसा नहीं करें तथा मंत्री भी सदस्यों से हाथ मिलाते हुए सदन से बाहर नहीं जाएं।
उन्होंने सदन में प्रश्नकाल खत्म होने के तत्काल बाद उस वक्त यह टिप्पणी की, जब वह कुछ सदस्यों के कार्यस्थगन के नोटिस को अस्वीकार किए जाने का उल्लेख कर रहे थे।
बिरला ने कुछ सदस्यों के खड़े होकर बात करने पर आपत्ति जताई।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सदस्य खड़े होकर बात नहीं करें। मंत्री गण भी (सदस्यों से) हाथ मिलाते हुए सदन से नहीं जाएं।’’
बिरला का कहना था, ‘‘हमें संसदीय परंपराओं के पालनीय नियमों को कई बार पढ़ना चाहिए। हमेशा प्रयास करना चाहिए कि संसद की गरिमा को बरकरार रखने के लिए इन नियमों का पालन करें।’’
इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत रॉय ने कुछ टिप्पणी की।
इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आप बैठिए, आपको नए सदस्यों का मार्गदर्शन करना चाहिए। आप बैठे-बैठे बहुत बोलते हैं।’’
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