New BJP National President News: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चार नामों का पैनल तैयार / Image Source: File
लखनऊ: BJP New President Name 2025 देशभर के भाजपा नेताओं की नजर इन दिनों के केंद्र पर टिकी हुई है। दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का जल्द ही ऐलान होना है, जिसके लिए पार्टी पूरे जोरों सोरों से तैयारी कर रही है। मानला जा रहा है कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जाएगा। हालांकि इस संबंध में अभी तक भाजपा की ओर से अधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं सामने नहीं आया है। लेकिन ये माना जा रहा है कि बिहार चुनाव के मद्देनजर पार्टी जल्द ही नए अध्यक्ष का ऐलान कर सकती है।
BJP New President Name 2025 दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में भी अभी तक नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान नहीं हो पाया है। उत्तर प्रदेश में भी चर्चाओं और कयासों का बाजार गर्म है। प्रदेश के मुखिया के तौर पर कई नाम सामने आ रहे हैं। बात करें नामों की तो एक पूर्व सांसद और दो कैबिनेट मंत्री भी शामिल हैं। दावेदारों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। दिल्ली से लेकर गुजरात तक तार जोड़े जा रहे हैं। मंदिरों-ज्योतिषियों के साथ ही संघ के दरबार में भी हाजिरी लगा रहे हैं।
यूपी में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी भाजपा अगले साल से शुरू कर देगी। 2027 का रण नये प्रदेश अध्यक्ष की अगुवाई में लड़ा जाएगा। यही कारण है कि यूपी भाजपा के नये मुखिया को लेकर पार्टी खासी सजगता बरत रही है। सियासी के साथ ही सामाजिक समीकरण साधने पर भी फोकस है। एक ओर विपक्ष का पीडीए है तो दूसरी ओर अगड़ों और दलितों को भी साधना है। ऐसे में पार्टी इन सभी पहलुओं पर विचार कर रही है। जहां तक दावेदारों का सवाल है तो इनमें से कई अनुष्ठान भी करा रहे हैं। ज्योतिषियों की भी शरण में हैं।
New BJP President Name भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि भाजपा इस बार महिलाओं पर दांव खेल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो इतिहास में पहली बार भाजपा को महिला अध्यक्ष मिलेगा। बात करें निर्मला सीतारमण की तो उन्हें राजनीति का खासा ज्ञान है। मोदी सरकार के दो कार्यकाल में वो वित्त मंत्री का पद संभाल चुकी हैं। इसके अलावा उनके पास रक्षा विभाग की भी जिम्मेदारी थी। सीतारमण भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत का मजबूत प्रतिनिधित्व करती रही हैं। वे तमिलनाडु से आती हैं, जहां भाजपा अपनी पैठ मजबूत करना चाहती है।
आंध्र प्रदेश भाजपा प्रमुख के तौर पर पार्टी को सेवा दे चुकी डी पुरंदेश्वरी पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनटी रामाराव की बेटी हैं। पुरंदेश्वरी को भी राजनीति का तगड़ा अनुभव है। उन्हें पार्टी ने पहले छत्तीसगढ़ राज्य का प्रभारी भी बनाया था। वही, हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच हुई जंग के दौरान “ऑपरेशन सिंदूर” में डी पुरंदेश्वरी की अहम भूमिका रही। उनकी बहुभाषीयता और राजनीतिक विरासत उन्हें एक प्रभावशाली दक्षिण भारतीय चेहरा बनाती है।
कोयंबटूर दक्षिण से विधायक वानाथी श्रीनिवासन भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी हैं। 1993 से पार्टी से जुड़ी श्रीनिवासन को 2022 में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में जगह मिली थी। ऐसा करने वाली पहली तमिल महिला नेता बनीं। वे जमीनी कार्यकर्ता और संगठन की नब्ज समझने वाली नेता मानी जाती हैं।
ओडिशा से आने वाले धमेंद्र प्रधान न सिर्फ प्रदेश में बल्कि केंद्रीय स्तर पर कद्दवार नेता माने जाते हैं। धर्मेंद्र प्रधान मोदी सरकार में पेट्रोलियम मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं, उन्हें भाजपा का कुशल रणनीतिकार माना जाता है। वे ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और पार्टी के आंतरिक हलकों में गहरी पैठ रखते हैं।
‘मामा’ के नाम से लोकप्रिय शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब केंद्र में मंत्री हैं। वे भाजपा के सबसे लोकप्रिय जननेताओं में गिने जाते हैं। उनकी सहजता, सादगी और ग्रामीण भारत में पकड़ उन्हें पार्टी का एक जन-चेहरा बनाती है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर अब केंद्र सरकार का हिस्सा हैं। उनकी प्रशासनिक साख और संघ से निकटता उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उपयुक्त बनाती है। वे पार्टी के उस वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं जो अनुशासन और कार्यसंस्कृति पर विशेष बल देता है।