कोलकाता, 29 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर ऑपरेशन सिंदूर को ‘‘सिंदूर का कारोबार’’ बताकर भारत के सशस्त्र बलों का ‘‘अपमान’’ करने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया। इसके साथ ही पार्टी ने उन पर राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति की भावना को कमजोर करने वाली ओछी राजनीतिक बयानबाजी करने का आरोप लगाया।
इससे पहले दिन में बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास करने का आरोप लगाया था।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैन्य कार्रवाई की गई थी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने ममता बनर्जी की टिप्पणी की निंदा करते हुए ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘शर्म की बात है! राजनीतिक संकीर्णता किस हद तक गिर सकती है? ममता बनर्जी ने अब ऑपरेशन सिंदूर को महज ‘सिंदूर का कारोबार’ बताकर खारिज कर दिया है। यह उनका असली चेहरा है- बलिदान, देशभक्ति और हमारे सशस्त्र बलों के साहस का मजाक उड़ाना।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेजोड़ समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ भारत की रक्षा की है। फिर भी ममता बनर्जी, केवल वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित होकर, भारत की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा में किए गए पराक्रम और बलिदान को कम आंकना पसंद करती हैं। इतिहास याद रखेगा कि कौन देश के साथ खड़ा था – और किसने इसके नायकों का मजाक उड़ाया।’’
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने भी मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए उनकी टिप्पणियों को बहादुर सैनिकों के बलिदान का अपमान बताया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर को ‘सिंदूर का कारोबार’ कहना हमारे वीर जवानों के बलिदान का अपमान है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी राष्ट्र के गौरव और सुरक्षा की रक्षा के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति के दलदल में फंसी हुई हैं।’’
मजूमदार ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री को यह सीखने की जरूरत है कि क्या और कब बोलना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर हमारे सशस्त्र बलों की बड़ी जीत है और हम इसका जश्न मनाएंगे। तृणमूल कांग्रेस को भी अपने वोट बैंक वाले इलाकों में ‘तिरंगा यात्रा’ निकालकर जश्न मनाना चाहिए।’’
बनर्जी ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘केंद्र ने विभिन्न राज्यों में आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस (सैन्य अभियान) का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा।’’
भाषा
देवेंद्र अविनाश
अविनाश