किसान आंदोलन के दौरान मृत कृषकों की ‘शहादत’ को मान्यता दे केंद्र सरकार: प्रकाश सिंह बादल

किसान आंदोलन के दौरान मृत कृषकों की ‘शहादत’ को मान्यता दे केंद्र सरकार: प्रकाश सिंह बादल

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  • Publish Date - January 4, 2022 / 07:42 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST

चंडीगढ़, चार जनवरी (भाषा) पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से पहले शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार को उन किसानों की “शहादत” को मान्यता देनी चाहिए, जिनकी कृषि कानूनों के विरुद्ध आंदोलन के दौरान मौत हुई थी।

बादल ने कहा कि बेहतर होगा अगर प्रधानमंत्री अपने दौरे के दौरान, पंजाब में बेअदबी की घटनाओं के पीछे की “साजिश” की जांच उच्चतम न्यायालय के किसी वर्तमान न्यायाधीश से कराने की घोषणा करें। मोदी बुधवार को फिरोजपुर का दौरा करेंगे और 42,750 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जिसमें दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे और पीजीआईएमईआर सैटेलाइट केंद्र शामिल है। वह दो साल बाद पंजाब का दौरा करेंगे। सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद प्रधानमंत्री का राज्य में यह पहला दौरा होगा।

बादल ने यहां एक बयान में कहा कि कृषि कानूनों के विरुद्ध आंदोलन के दौरान 800 से ज्यादा किसानों की मौत हुई। अकाली दल के नेता ने कहा, “उनके (मृत किसानों) परिजनों की सहायता करने के लिए केंद्र सरकार को उनकी शहादत को मान्यता देनी चाहिए। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि केंद्र सरकार के बनाए कानून का विरोध करते हुए किसानों ने बलिदान दिया और सरकार ने कानून को निरस्त करने के सुझाव को माना है।”

बादल ने कहा कि पंजाब में प्रधानमंत्री की यात्रा हमेशा एक स्वागतयोग्य कदम है। उन्होंने कहा, “लेकिन बेहतर होगा अगर आप (चुनावी) दायरे से बाहर जाकर सिख पंथ के विरुद्ध बेअदबी की घटनाओं के पीछे की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए इसकी जांच उच्चतम न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराने की घोषणा करें और राज्य के लोगों के अन्य मुद्दों को सुलझाने का कार्य करें।”

भाषा यश दिलीप

दिलीप