बेंगलुरु, 29 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया अनुसूचित जातियों के बीच आंतरिक आरक्षण पर ईमानदार नहीं हैं और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों से पहले इस मुद्दे का इस्तेमाल केवल राजनीति के लिए करने की कोशिश कर रहे हैं।
कर्नाटक सरकार के मंत्रिमंडल ने सोमवार को अनुसूचित जातियों (एससी) के बीच आंतरिक आरक्षण देने के लिए अपनी सहमति दी और उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुवाई में एक आयोग गठित करने का फैसला किया जो आंकड़े एकत्रित करेगा।
आंतरिक आरक्षण पर एक प्रश्न का जवाब देते हुए विजयेंद्र ने कहा, ‘‘यदि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया आंतरिक आरक्षण के बारे में तथा कंथराज रिपोर्ट (सामाजिक-आर्थिक और शिक्षा सर्वेक्षण, जिसे जातीय जनगणना के नाम से जाना जाता है) पर गंभीर होते, तो वह बहुत पहले ही कार्रवाई कर चुके होते, लेकिन सिद्धरमैया और कांग्रेस पार्टी केवल राजनीतिक लाभ लेने और इस विशेष मुद्दे पर अधिक भ्रम पैदा करने में विश्वास करते हैं।’’
यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि मुख्यमंत्री या कांग्रेस सरकार इस विशेष मुद्दे पर ईमानदार हैं। भाजपा ने इस विषय पर बार-बार अपना रुख स्पष्ट किया है, लेकिन जब उपचुनाव नजदीक आ रहे हैं, तो सिद्धरमैया और कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं और वे इस विषय पर ईमानदार नहीं हैं।’’
चन्नापटना, शिग्गांव और संदूर विधानसभा क्षेत्रों में 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा।
भाषा वैभव मनीषा
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