कांग्रेस राष्ट्रवादियों का अपमान करती है, आतंकवादियों को शांतिदूत के रूप में देखती है: भाजपा

कांग्रेस राष्ट्रवादियों का अपमान करती है, आतंकवादियों को शांतिदूत के रूप में देखती है: भाजपा

  •  
  • Publish Date - December 29, 2025 / 06:11 PM IST,
    Updated On - December 29, 2025 / 06:11 PM IST

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर की टिप्पणियों को लेकर विपक्षी दल की सोमवार को कड़ी आलोचना की। पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस देशभक्तों को आतंकवादी और आतंकवादियों को शांतिदूत के रूप में देखती है।

भाजपा की यह प्रतिक्रिया टैगोर के आरएसएस की तुलना प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा से करने के एक दिन बाद आई है। कांग्रेस नेता ने कहा था कि कांग्रेस और इन संगठनों के बीच कोई तुलना ही नहीं है।

टैगोर की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस नेता की टिप्पणियों से उनकी पार्टी की मानसिकता झलकती है।

पूनावाला ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “वे राष्ट्रवादियों को आतंकवादी और अफजल गुरु व याकूब मेमन जैसे असली आतंकवादियों को शांतिदूत के रूप में देखते हैं। कांग्रेस राष्ट्रवादियों का अपमान करती है और नक्सलियों तथा पीएफआई और सिमी के सदस्यों जैसे आतंकवादियों को अपना ‘भाईजान’ कहती है। वे बस यही करते हैं।”

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रवादी संगठन है, जो पिछले 100 वर्षों से ‘व्यक्तित्व निर्माण’ और ‘चरित्र निर्माण’ के माध्यम से ‘राष्ट्र निर्माण’ में योगदान दे रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पिछले 100 वर्षों से आरएसएस के खिलाफ “निंदा और आक्षेप अभियान” चला रही है।

पूनावाला ने कहा, “मणिकम टैगोर और कांग्रेस को बताना चाहिए कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उनकी सरकार ने आरएसएस को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए इसलिए आमंत्रित किया था, क्योंकि वह एक आतंकवादी संगठन है।”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि क्या पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की आरएसएस मुख्यालय की यात्रा किसी आतंकवादी संगठन के मुख्यालय की यात्रा थी। उसे यह भी बताना चाहिए कि क्या महात्मा गांधी, बीआर आंबेडकर और जयप्रकाश नारायण ने आरएसएस की तारीफ करके किसी आतंकवादी संगठन की तारीफ की थी?”

भाषा पारुल दिलीप

दिलीप