जमशेदपुर (झारखंड), 29 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुसंधान, नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है।
मुर्मू ने यहां राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य रखा है और इस उद्देश्य को प्राप्त करने में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार अनुसंधान, नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘एनआईटी को अनुसंधान और नवाचार पर अधिक ध्यान देना चाहिए, ताकि भारत ज्ञान की महाशक्ति बन सके।’’
इस वर्ष विभिन्न विषयों में कुल 1,112 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई।
इसके अतिरिक्त, उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धि के लिए एक डी-लिट, एक मानद पीएचडी, दो स्वर्ण और 16 रजत पदक भी प्रदान किए गए।
मुर्मू ने कहा, ‘‘शिक्षा का मतलब सिर्फ अच्छा पैकेज या नौकरी पाना ही नहीं है, बल्कि यह भी मायने रखता है कि समाज की बेहतरी के लिए आपके काम से कितने लोग सकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं।’’
राष्ट्रपति तीन-दिवसीय दौरे पर रविवार रात झारखंड पहुंचीं।
वह मंगलवार को ‘अंतरराज्यीय जनसंस्कृति समागम समारोह-कार्तिक यात्रा’ को संबोधित करने के लिए गुमला जाएंगी।
भाषा शुभम सुरेश
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