तिरुवनंतपुरम/मलप्पुरम, एक अक्टूबर (भाषा) सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि निर्दलीय विधायक पी.वी. अनवर के पीछे कांग्रेस, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और जमात-ए-इस्लामी का गठबंधन है।
विभिन्न मुद्दों पर पिछले कुछ सप्ताह से अनवर का वामपंथी पार्टी और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ टकराव देखा जा रहा है।
नीलांबुर के विधायक पर हमला जारी रखते हुए माकपा ने कहा कि रविवार को अनवर की जनसभा में कांग्रेस, उसके सहयोगी आईयूएमएल, एसडीपीआई और जमात के नेता बड़ी संख्या में पहुंचे हुए थे।
वाम दल के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने कहा कि वहां मौजूद लोगों में माकपा से बहुत की कम लोग थे।
गोविंदन ने कहा कि केरल में सांप्रदायिकता के दो रूप हैं, पहला-‘‘बहुसंख्यक या हिंदू सांप्रदायिकता’’ जो ‘‘सबसे बड़ा दुश्मन’’ है और दूसरा ‘‘अल्पसंख्यक सांप्रदायिकता’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘इन सबसे अलग कांग्रेस, आईयूएमएल, एसडीपीआई और जमात का गठबंधन है जो हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों से पहले बना था और यह समूह अनवर के पीछे है और सक्रिय रूप से उनके लिए काम कर रहा है।’’
माकपा नेता ने कहा कि जब भी वामपंथी पार्टी पर हमला हुआ है तो आम लोग ही उसका बचाव करने के लिए आगे आए हैं। गोविंदन ने कहा, ‘‘इस बार भी लोग और पार्टी एक साथ आएंगे…’’
माकपा के राज्य सचिव की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए अनवर ने मलप्पुरम में संवाददाताओं से कहा कि रविवार को उनकी जनसभा में लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष सोच वाले लोगों ने हिस्सा लिया।
नीलांबुर विधायक ने कहा, ‘‘उन्हें सांप्रदायिक या फासीवादी कहना माकपा के लिए ही समस्याएं खड़ी करेगा।’’
अनवर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था), एम आर अजितकुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर विदेश से अवैध रूप से लाए गए सोने को जब्त करते समय उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं।
निर्दलीय विधायक ने दावा किया कि जब उन्होंने माकपा से अजित कुमार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा तो उन्हें एलडीएफ से बाहर कर दिया गया।
उन्होंने राज्य पुलिस के शीर्ष अधिकारी के खिलाफ लगाए गए आरोपों सहित विभिन्न मुद्दों पर उनके आरोपों की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की भी मांग की है।
अजित कुमार के खिलाफ उनके द्वारा लगाए गए विभिन्न आरोपों के मद्देनजर, रविवार को अनवर के खिलाफ राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के फोन कॉल को अवैध रूप से टैप करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया।
भाषा खारी नरेश
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