दिल्ली सरकार स्कूल बीच में छोड़ने वालों पर अध्ययन शुरू कर रही

दिल्ली सरकार स्कूल बीच में छोड़ने वालों पर अध्ययन शुरू कर रही

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  • Publish Date - April 24, 2025 / 07:58 PM IST,
    Updated On - April 24, 2025 / 07:58 PM IST

नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विद्यार्थियों के बीच में स्कूल छोड़ने के कारणों और स्कूली शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाने के तरीकों पर अध्ययन कराया जा रहा है। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) कई शोध परियोजनाएं संचालित कर रहा है।

एससीईआरटी के एक अधिकारी के अनुसार, जिन प्रमुख क्षेत्रों की पड़ताल की जा रही है, उनमें से एक शिक्षा के अधिकार (आरटीई) का प्रभाव भी है, जिसमें ‘पीएम पोषण’ योजना पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

‘प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण’ (पीएम पोषण) योजना के तहत सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में छात्रों को गर्म भोजन प्रदान किया जाता है और यह स्कूल छोड़ने की दर को कम करने से संबद्ध है।

अधिकारी ने बताया कि अध्ययन में डिजिटल युग में तेजी से आकार ले रहे कृत्रिम बुद्धिमत्ता के मद्देनजर शिक्षकों की प्रासंगिकता पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।

एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि स्कूल प्रमुखों के लिए एससीईआरटी द्वारा संचालित नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रमों का मूल्यांकन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अध्ययन से यह पता चलेगा कि क्या स्कूल प्रमुख दाखिला, उपस्थिति और स्कूल बीच में छोड़ने के डेटा का सक्रिय रूप से विश्लेषण कर रहे हैं, जिससे स्कूल के बेहतर प्रदर्शन के लिए फैसला लिया जा सके।

अधिकारी ने बताया कि शिक्षकों के प्रदर्शन को मापने और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए प्रभावी तरीके विकसित करने के लिए एक अन्य अध्ययन भी किया जा रहा है।

भाषा नोमान पवनेश

पवनेश