दिल्ली पुलिस के फिंगर प्रिंट ब्यूरो को प्रदान किया गया आईएसओ प्रमाणन

दिल्ली पुलिस के फिंगर प्रिंट ब्यूरो को प्रदान किया गया आईएसओ प्रमाणन

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  • Publish Date - July 27, 2025 / 09:53 PM IST,
    Updated On - July 27, 2025 / 09:53 PM IST

नयी दिल्ली, 27 जुलाई (भाषा) दिल्ली पुलिस के फिंगर प्रिंट ब्यूरो (एफपीबी) को ‘क्वालिटी कंट्रोल सर्टिफिकेशन (क्यूसीसी)’ द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (आईएसओ) प्रमाणन प्रदान किया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

दिल्ली के आर के पुरम में 1983 में स्थापित किए गया एफपीबी वैज्ञानिक साक्ष्य संग्रह और संदिग्धों के फिंगरप्रिंट का मिलान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इसके लिए ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (एएफपीआईएस), नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (एनएएफआईएस), और क्राइम रिकॉर्ड इंफॉर्मेशन सिस्टम (सीआरआईएस) जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है।

विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, ‘एफपीबी द्वारा उपयोग किए जाने वाले तरीकों, प्रक्रियाओं और तकनीकी पहलुओं को मानकीकृत और प्रलेखित किया गया है। यह मान्यता फिंगरप्रिंट साक्ष्य की गुणवत्ता और कानूनी मूल्य में और सुधार लाएगी और इससे दोषसिद्धि दरों में वृद्धि होने की उम्मीद है।’

अधिकारी ने बताया कि फिंगरप्रिंट ब्यूरो के पास अब पांच लाख से ज्यादा अपराधियों के फिंगरप्रिंट का रिकॉर्ड है और यह दिल्ली के सभी 15 जिलों और विशेष इकाईयों की जांच में मदद करता है।

अपराध शाखा द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, एफपीबी ने 2022 में 171, 2023 में 275 और 2024 में 314 मामलों को सुलझाने में मदद की।

विशेष पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस वर्ष अकेले ब्यूरो ने 25 जुलाई तक 101 मामलों को सुलझाने में सहायता की है।

भाषा योगेश नरेश

नरेश