दिनाकरन ने सेनगोट्टैयन के निष्कासन के लिए अन्नाद्रमुक की आलोचना की

दिनाकरन ने सेनगोट्टैयन के निष्कासन के लिए अन्नाद्रमुक की आलोचना की

दिनाकरन ने सेनगोट्टैयन के निष्कासन के लिए अन्नाद्रमुक की आलोचना की
Modified Date: November 1, 2025 / 05:29 pm IST
Published Date: November 1, 2025 5:29 pm IST

मदुरै (तमिलनाडु), एक नवंबर (भाषा) अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) के महासचिव टी. टी. वी. दिनाकरन ने वरिष्ठ नेता के. ए. सेनगोट्टैयन को निष्कासित किये जाने पर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की आलोचना की तथा दावा किया कि प्रमुख विपक्षी दल को राजनीतिक झटका लगेगा।

सेनगोट्टैयन को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित किया गया है।

दिनाकरन ने कहा कि अन्नाद्रमुक महासचिव ई. के. पलानीस्वामी, वरिष्ठ नेता सेनगोट्टैयन को पार्टी से निष्कासित करने के योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि पलानीस्वामी को 2026 के विधानसभा चुनाव में झटका लगना तय है।

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अन्नाद्रमुक से पहले ही निष्कासित हो चुके दिनाकरन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दक्षिणी तमिलनाडु की जनता अगले साल होने वाले चुनाव में पलानीस्वामी को सबक सिखाएगी। पलानीस्वामी स्वार्थी हैं और उन्हें केवल अपने पद की चिंता है।’’

सेनगोट्टैयन ने निष्कासित नेताओं ओ. पन्नीरसेल्वम, दिनाकरन और उनकी (दिनाकरन की) रिश्तेदार वी. के. शशिकला से रामनाथपुरम जिले के पसुम्पोन में मुथुरामलिंगम थेवर की 118वीं जयंती और 63वीं गुरु पूजा के अवसर पर 31 अक्टूबर को मुलाकात की। वह विधानसभा चुनाव से पहले इन नेताओं को अन्नाद्रमुक में फिर से शामिल करने की वकालत कर रहे थे।

इन नेताओं से एकजुटता दिखाना उन्हें भारी पड़ गया और अन्नाद्रमुक ने पार्टी गतिविधियों समेत पार्टी को बदनाम करने के लिए सेनगोट्टैयन को निष्कासित कर दिया।

भाषा यासिर सुरेश

सुरेश


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