दिशा रवि पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर बेंगलुरू में प्रदर्शनों में हिस्सा लेती थीं : कार्यकर्ता

दिशा रवि पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर बेंगलुरू में प्रदर्शनों में हिस्सा लेती थीं : कार्यकर्ता

दिशा रवि पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर बेंगलुरू में प्रदर्शनों में हिस्सा लेती थीं : कार्यकर्ता
Modified Date: November 29, 2022 / 07:46 pm IST
Published Date: February 15, 2021 1:10 pm IST

बेंगलुरू, 15 फरवरी (भाषा) जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि महानगर में पर्यावरण से जुड़े प्रदर्शनों में हिस्सा लेती थीं। यह बात सोमवार को कुछ पर्यावरणविदों ने कही।

दिशा को केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के सिलसिले में कथित तौर पर ग्रेटा थनबर्ग के साथ ‘‘टूलकिट’’ साझा करने के लिए गिरफ्तार किया गया है।

‘‘फ्राइडेज फॉर फ्यूचर’’ (एफएफएफ) अभियान के बारे में बहरहाल ज्यादा कुछ पता नहीं है और कई पर्यावरण समूह भी इस अभियान के बारे में कुछ नहीं जानते जिसका नेतृत्व थनबर्ग करती हैं और दिशा रवि कथित तौर पर भारत में इसकी सह संस्थापक हैं।

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एक पर्यावरण कार्यकर्ता ने यहां सोमवार को बताया, ‘‘हमने उन्हें (दिशा रवि) पर्यावरण से जुड़े आंदोलनों में हिस्सा लेते हुए देखा है। कभी-कभार वह अकेले होती थीं और दूसरों से दूरी बनाए रखती थीं।’’

दिशा रवि यहां के एक प्रमुख कॉलेज से पढ़ी हैं।

एक अन्य पर्यावरण कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘एफएफएफ बेंगलुरू में ज्यादा चर्चित संगठन नहीं है और उनके कार्यकर्ता शायद ही कहीं दिखते हों। मैंने इनके कुछ सदस्यों को अकेले सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए देखा है जिसे ज्यादा समर्थन नहीं मिलता था।’’

इस बीच दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि दिशा रवि ‘टूलकिट गूगल दस्तावेज’ की एडिटर होने के साथ ही दस्तावेज तैयार करने और उसके प्रसार की ‘‘प्रमुख साजिशकर्ता’’ थीं।

पुलिस ने आरोप लगाया कि रवि और अन्य ने ‘‘खालिस्तान समर्थक समूह पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीएफजे) के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा ताकि भारत के खिलाफ असंतोष को भड़काया जा सके।’’

भाषा नीरज

नीरज अविनाश

अविनाश


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