Who is Govind Dholakia : राम मंदिर के लिए 11 करोड़ का दान, गांव को बनाया सोलर विलेज, जानें कौन है भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार गोविंद ढोलकिया
Who is Govind Dholakia : गुजरात की डायमंड सिटी के प्रतिष्ठित हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया भाजपा की तरफ से राज्यसभा जाएंगे।
Who is Govind Dholakia
अहमदाबाद: Who is Govind Dholakia : गुजरात की डायमंड सिटी के प्रतिष्ठित हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया भाजपा की तरफ से राज्यसभा जाएंगे। भाजपा ने गुजरात में खाली हुई राज्यसभा की चार सीटों में से एक के लिए गोविंद ढोलकिया को उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या को देखते हुए राज्यसभा चुनाव को मात्र औपचारिकता माना जा रहा है। भाजपा के चारो प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन पहले से ही तय माना जा रहा है। जनवरी महीने में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की थी, तब गुजरात के डायमंड किंग गोविंद ढोलकिया सुर्खियों में आए थे। हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया ने राम मंदिर के लिए 11 करोड़ रुपए दान में दिए थे। गोविंद ढोलकिया प्रसिद्ध राम कथाकार मोरारी बापू के फॉलोअर माने जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनका दो दशक से अधिक पुराना परिचय है। गोविंद ढाेलकिया ने सिर्फ सातवी कक्षा तक ही पढ़ाई की है।
खुद के दम पर खड़ा किया साम्राज्य
Who is Govind Dholakia : बता दें कि, गोविंद ढोलकिया का जन्म 7 नवंबर 1947 को ग्राम दुधाला में हुआ था और वे काका के नाम से मशहूर है। गोविंद ढोलकिया को सूरत को डायमंड कैपिटल बनाने का श्रेय दिया जाता है। भाजपा से राज्यसभा के उम्मीदवार गोविंद ढोलकिया श्री राम कृष्ण एक्सपोर्ट हीरा कंपनी के मालिक हैं। उन्होंने 1964 में सूरत से करियर शुरू किया था। शुरुआत में हीरे की कटाई और पॉलिशिंग पर काम करते थे, लेकिन उन्हें कुछ बड़ा करना था। इसके लिए कुछ साल काम करने के बाद उन्होंने एक और दोस्त के साथ स्वतंत्र रूप से एक साथ काम करने का फैसला किया और श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट कंपनी बनाई। गोविंद ढोलकिया ने कच्चे हीरे के व्यापारी हीराभाई वाडीवाला के साथ कारोबार शुरू किया। पॉलिश करने के बाद कच्चे हीरे वजन के हिसाब से 34 प्रतिशत तक दिखाई देते हैं। बताते हैं कि जीरो से करोड़ों का सफर तय करने वाले गोविंद ढोलकिया ने बिजनेस करने के लिए 410 रुपए उधार लिए थे। इसके बाद उन्होंने हीरे के कारोबार में छलांग लगाई और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
पैतृक गांव को बनाया सोलर विलेज
Who is Govind Dholakia : हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया मूलरूप से गुजरात अमरेली जिले से ताल्लुक रखते हैं। गोविंद ढोलकिया ने अपने पैतृक गांव की तस्वीर बदलने की सोची और अपने पैतृक गांव दुधाला में लगभग 850 परिवार को सोनल पैनल रूफटॉप गिफ्ट किए हैं। गोविंद ढोलकिया के पहल के चलते दुधाला देश का पहला ऐसा गांव बन गया है जो बिना किसी सरकारी सब्सिडी के 100 फीसदी सौर ऊर्जा से संचालित होगा। गोविंद ढोलकिया ने अपनी आत्मकथा में अपने जीवन के संघर्ष का जिक्र किया है। उनकी आत्मकथा ‘डायमंड आर फॉरेवर, सो आर मोरल्स’ के नाम से प्रकाशित हुई थी। इसमें उन्होंने बताया कि डायमंड की पहली बिक्री से उन्हें 920 रुपए मिले थे। किसान परिवार में जन्में गोविंद ढोलकिया परिवार में सात भाई बहन हैं। ढोलकिया के जीवन पर राम कथाकर मोरारी बापू के शिक्षाओं का काफी गहरा प्रभाव है।

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