जयपुर, पांच मार्च (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ी शिक्षा के प्रभावी प्रसार पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि विश्वभर में ज्ञान परंपरा में भारत श्रेष्ठ रहा है।
वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केंद्र (जयपुर) के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
बागड़े ने कहा, ‘‘पढ़ाई के लिए कोई ‘शार्टकट’ नहीं होता। केवल पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें ही नहीं विद्यार्थी जीवन व्यवहार और नित नए हो रहे परिवर्तनों से जुड़ी सामग्री का भी अध्ययन करें। इसी से उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी और वे जीवन में सफल हो सकेंगे।’’
उन्होंने विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाए जाने के लिए भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ी शिक्षा पर विशेष ध्यान देने का भी आह्वान किया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्यपाल ने कहा कि भारत ज्ञान-विज्ञान में आरंभ से ही समृद्ध रहा है। उन्होंने कहा कि यहां नालंदा जैसा महान विश्वविद्यालय था और यहां अन्य देशों से विद्यार्थी पढ़ने आते थे।
बागड़े ने बख्तियार खिलजी द्वारा नालंदा के पुस्तकालय को जलाने की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान को नष्ट करने के निरंतर प्रयास हुए परन्तु वे सफल नहीं हुए।
राज्यपाल ने कहा कि विश्व भर में ज्ञान परंपरा में भारत श्रेष्ठ रहा है और दशमलव पद्धति पूरे विश्व को भारत ने ही दी।
राज्यपाल ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को डिग्री और पदक प्रदान किए।
भाषा पृथ्वी शफीक
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