सिंधु बॉर्डर किसान प्रदर्शन: मुफ्त चिकित्सा शिविरों का लाभ उठाने पहुंचे आसपास के गांवों के लोग

सिंधु बॉर्डर किसान प्रदर्शन: मुफ्त चिकित्सा शिविरों का लाभ उठाने पहुंचे आसपास के गांवों के लोग

सिंधु बॉर्डर किसान प्रदर्शन: मुफ्त चिकित्सा शिविरों का लाभ उठाने पहुंचे आसपास के गांवों के लोग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 pm IST
Published Date: December 8, 2020 7:16 am IST

नयी दिल्ली, आठ दिसम्बर (भाषा) केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए लगाए गए चिकित्सा शिविरों में अब आसपास के गांवों के लोग भी मुफ्त में इलाज कराने के लिए आ रह हैं।

Read More News: मेडिकल बुलेटिन: छत्तीसगढ़ में कोरोना से मौत का आंकड़ा पहुंचा 3 हजार के पार, आज 1423 नए संक्रमितों की पुष्टि

कोंडली गांव की बबली भी यहां अपने दो बच्चों के साथ पहुंची।

 ⁠

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी बड़ी बेटी (12) को जुखाम और खांसी है और दूसरी बेटी साक्षी (8) बहुत कमजोर है। मेरे पड़ोसी ने मुझे यहां आने की सलाह दी थी।’’

उसके गांव के कई लोग पिछले कुछ दिनों में प्रदर्शन स्थल पर मुफ्त इलाज कराने के लिए आए हैं।

Read More News:  राजधानी के होटल में सेक्स रैकेट का खुलासा, बंगाल की 3 युवतियों सहित 5 गिरफ्तार, कमरे से आपत्तिजनक सामाग्री जब्त

बबली ने कहा, ‘‘ डॉक्टर ने हमें खांसी की दवाई (कफ सिरप) और कुछ अन्य दवाइयां दी। उन्होंने मेरी छोटी बेटी की जांच भी की और उसके लिए ‘आयरन’ और ‘कैल्शियम’ की गोलियां दी हैं।’’

अलीपुर के भीम सिंह अपने बुजुर्ग पिता मंगत सिंह के साथ यहां पहुंचे, जिनके घुटने में काफी दर्द था।

भीम सिंह ने कहा, ‘‘ मेरे पिता के घुटने में काफी दर्द है और सर्दियों में उनके पैरों में सूजन भी आ जाती है। हमने किसी से मुफ्त चिकित्सा शिविर के बारे में सुना और यहां आ गए। हम महंगे इलाज का खर्चा नहीं उठा सकते।’’

Read More News: प्रदेश की राजधानी में स्थित कान्हा कुंज कॉलोनी में लगी भीषण आग, महिला की मौत, 2 घायलों की हालत गंभीर

कोलकाता के एक गैर सरकारी संगठन ‘मेडिकल सर्विस सेंटर’ के डॉ. अंशुमन मित्रा के अनुसार सिंघू बॉर्डर पर ऐसे 12 चिकित्सा शिविर हैं, जो चौबीसों घंटे काम करते हैं।

डॉ. मित्रा ने बताया कि उनके शिविर के डॉक्टर, नर्स और अन्य चिकित्सा-सहायक कर्मी रोजाना करीब 200 मरीजों को देखते हैं। उनमें से 30 प्रतिशत लोग करीबी गांवों के गरीब परिवारों से होते हैं।

डॉक्टर मृदुल सरकार ने कहा, ‘‘ ज्यादात्तर लोग खांसी, जुकाम, पेट दर्द, त्वचा और आंख के संक्रमण, ‘एलर्जी’ और शरीर में कमजोरी की शिकायतें लेकर आते हैं।’’

पढ़ें- छत्तीसगढ़ : नाबालिग के साथ दो पुलिसकर्मियों ने किय…

वहीं, किसानों को यहां डटे आज मंगलवार को 13 दिन हो गए। उन्होंने आज ‘भारत बंद’ का आह्वान भी किया है।

प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पूर्वाह्र 11 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग और ‘टोल प्लाजा’ जाम करने की चेतावनी दी है। इस दौरान आपातकालीन सेवाओं को छूट दी जाएगी।


लेखक के बारे में

Shahnawaz Sadique is a digital marketing powerhouse with over 11 years of experience in the industry. His expertise encompasses a wide range of skills, from content writing and affiliate marketing to product launches and email campaigns. With 11 years of experience in social media, SMM, and SEO, he's an expert at helping businesses increase their online reach. From travel to business, education, media, tech, and cyber security, Shahnawaz has a proven track record of delivering results for clients across various sectors. Shahnawaz is also working as Sr. Digital Marketing Manager @ IBC24 News. He has a 8+ years of releveant experince in news industry as well. Want to take your media company to the next level? Look no further than Shahnawaz Sadique, He has been featured in top publications like FoxNews, Yahoo, MSN, WordStream, TastyEdits, LifeWire, SheFinds , Tech.Co and many more. the ultimate digital marketing pro.