Kerala Nursing College Ragging | Source : AI Meta
कोट्टायम। Kerala Nursing College Ragging : कॉलेज या हॉस्टल में रैगिंग करना अपराध है। फिर भी देश में कई कॉलेज, स्कूल और हॉस्टल ऐसे हैं जहां से रैगिंग के मामले आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं। रैगिंग का खामियाजा जूनियर स्टूडेंट को भुगतना पड़ता है। कभी कभी तो इतनी खतरनाक रैगिंग ली जाती है कि जानकर किसी की भी रूह कांप उठेगी। ऐसी ही एक रैगिंग की खौफनाक वारदात केरल से सामने आई है, जहां तीन छात्रों के साथ उनके सीनियर छात्रों ने ऐसी वहशी हरकत को अंजाम दिया कि आपके पैरों तले भी जमीन खिसक जाएगी।
ये रैगिंग का मामला केरल के कोट्टायम के गांधीनगर पुलिस थाना क्षेत्र का है। जहां एक नर्सिंग कॉलेज में रैगिंग का दहला देने वाले मामला सामने आया। दरअसल, कुछ सीनियर छात्रों ने पहले अपने जूनियर्स के कपड़े उतार दिए। फिर उनके प्राइवेट पार्ट पर एक्सरसाइज के लिए इस्तेमाल होने वाले वजनदार डंबल लटका दिए। उनकी इस हरकत से पीड़ित छात्र दर्द से तड़पने लगे। रहम की भीख मांगने लगे। लेकिन उनके सीनियर छात्र नहीं माने। उनके सिर पर जैसे वहशत सवार थी।
वो यही नहीं रुके, उन सीनियर छात्रों ने उन जूनियर लड़कों को कंपास और नुकीली वस्तुओं से मार-मार कर घायल भी कर दिया। जब पीड़ित छात्र दर्द में तड़पने लगे और तेज-तेज चीखने-चिल्लाने लगे तो सीनियर छात्रों ने उनके घाव और मुंह पर जबरन लोशन लगा दिया। बड़ी मुश्किल से पीड़ित छात्र वहां से निकल पाए। उनकी हालत देखकर दूसरे सभी छात्र सहम गए। इसके बाद तीन पीड़ित छात्रों ने इस मामले में पुलिस के पास जाने का फैसला किया। और रैगिंग का शिकार बने तीनों जूनियर छात्रों ने शहर के गांधीनगर पुलिस स्टेशन में जाकर आपबीती सुनाई और मामला दर्ज कराया।
पुलिस एक्शन के बाद कॉलेज प्रशासन की नींद भी जागी। जिसके चलते कोट्टायम के कॉलेज ने इस शर्मनाक वारदात से जुड़े सभी पांच आरोपी छात्रों को निलंबित कर दिया। पुलिस ने पकड़े गए तीनों आरोपी छात्रों से पूछताछ की। पुलिस का कहना है कि आरोपी छात्रों ने कंपास से जूनियर छात्रों को घायल किया है। कॉलेज प्राचार्य का कहना है कि इस मामले में एंटी रैगिंग एक्ट के तहत जांच करवाई गई है।
प्रभारी प्राचार्य डॉ. लिनी जोसेफ ने बताया कि छात्रों ने रैगिंग की घटना के बारे में कुछ नहीं बताया। एक पीड़ित छात्र के अभिभावक ने क्लास टीचर को फोन कर इसकी जानकारी दी। शिकायत मिलने के बाद प्रारंभिक निरीक्षण कराया गया और कार्रवाई की गई। विस्तृत जांच के लिए एक समिति बनाई जाएगी।