‘धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2021’ विधानसभा में पेश, चर्चा में विपक्ष ने कहा इस विधेयक का कोई औचित्य नहीं, सत्तापक्ष ने असहायों के​ लिए जरूरी बताया

'धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2021' विधानसभा में पेश, चर्चा में विपक्ष ने कहा इस विधेयक का कोई औचित्य नहीं, सत्तापक्ष ने असहायों के​ लिए जरूरी बताया

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  • Publish Date - March 8, 2021 / 08:39 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:56 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही जारी है, आज सदन में धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2021 विधानसभा में पेश किया, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2021 विधानसभा में पेश किया जिसके बाद इस पर चर्चा शुरू हुई। इस चर्चा की शुरूआत डॉ गोविंद सिंह से हुई उन्होंने कहा कि इस विधेयक को लाने का कोई औचित्य नहीं था ।

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पूर्व मंत्री ने कहा कि धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2021 इसलिए लाया जा रहा है क्योंकि सरकार के पास कोई काम नहीं बचा इसलिए कोई भी विधेयक ला रहे हैं, इस कानून का कोई मतलब नहीं है, कोई भी धोखा देकर शादी करता है तो इसको लेकर संविधान में पूर्व से व्यवस्था की गई है, गृहमंत्री अमित शाह को खुश करने के लिए ये विधयेक लाया गया। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की नकल करके मध्यप्रदेश में यह कानून बना दिया।

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वहीं BJP विधायक सीताशरण शर्मा ने धर्म स्वतंत्र्य विधेयक 2021 पर चर्चा के दौरान कहा कि ये संविधान और कानून के अनुरुप है, कमजोर और असहायों की पीड़ा हरने के लिए लाया गया कानून है, देश में संस्कृति की रक्षा करने का काम बीजेपी करती है।

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