गौरी लंकेश हत्या मामला : जांच दल ने श्रीराम सेना के जिला अध्यक्ष को भेजा समन

गौरी लंकेश हत्या मामला : जांच दल ने श्रीराम सेना के जिला अध्यक्ष को भेजा समन

गौरी लंकेश हत्या मामला : जांच दल ने श्रीराम सेना के जिला अध्यक्ष को भेजा समन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:35 pm IST
Published Date: June 16, 2018 12:48 pm IST

बेंगलुरु। पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश हत्याकांड मामले में आरोपी परशुराम वाघमारे ने हत्या की बात कबूली है। खबरों की मानें तो परशुमाप वाघमारे श्रीराम सेना नाम के एक हिन्दुत्ववादी संगठन का सक्रिय सदस्य था, परशुराम के कबूलनामे के बाद विशेष जांच दल ने श्रीराम सेना के विजयपुरा जिला अध्यक्ष राकेश मथ को समन भेजा है। बता दें कि इस मामले की जांच में शामिल एक SIT के अधिकारी का कहना है कि  जांच दल इस बात का पता लगाना चाह रहा है कि कहीं पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या में राकेश मथ का हाथ तो नहीं।

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इससे पहले गौरी लंकेश की हत्या करने की बात कबूलने वाले परशुराम ने SIT के समक्ष कई बातें कहीं,  परशुराम ने बताया कि उसे 3 सितंबर को  बेंगलुरु बुलाया गया था। खबरों के अनुसार आरोपी परशुराम वाघमारे ने कहा कि   मुझे पहले एक घर पर ले जाया गया। दो घंटे बाद एक बाइक सवार मुझे वह घर दिखाने ले गया, जहां रहने वाले शख्स को मुझे मारना था। अगले दिन, बाइक सवार मुझे बेंगलुरु में किसी और कमरे पर ले गया। वहां मौजूद एक अन्य शख्स मुझे बाइक पर आरआर नगर स्थित घर ले गया और वापस लाकर छोड़ दिया। मुझे शाम को फिर से गौरी के घर ले जाया गया। मुझे वही बाइक सवार ले गया, जो मुझे एक दिन पहले लेकर गया था। मुझे कहा गया कि मुझे उसी दिन काम खत्म करना है। लेकिन गौरी काम से लौट आई थी और घर के अंदर थी। 

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वाघमारे का कहना था कि उसे हत्या करने से पहले बताया गया था कि उसे धर्म के लिए किसी की हत्या करनी है। जिसके लिए मैं तैयार हो गया। आरोपी ने आगे कहा कि उसे धर्म की रक्षा के लिए हत्या करने के लिए जरुर कहा गया था लेकिन किसकी हत्या करनी है, उसे नहीं पता था। SIT सूत्रों की मानें तो आरोपी ने बताया कि अगर उसे पता होती कि उसे गौरी लंकेश की हत्या करनी है तो नहीं करता।

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गौरी लंकेश की हत्या को लेकर परशुराम का कहना था कि 5 सितंबर को शाम 4 बजे उसे बंदूक दी गई थी। इसी बंदूक को लेकर वो गौरी के घर के लिए निकले, आरोपी ने बताया कि गौरी काम से लौटी और गेट के सामने ही उसने कार पार्क की। गौरी ने घर का पहला दरवाज खोला और जैसे ही वो दूसरा दरवाजा खोलने जा रही था कि मैंने ( हत्यारे ने ) कुछ आवाजा निकाली, गौरी मेरी तरफ मुड़ी और मैंने लागातार चार गोलियां चलाई। मिली जानकारी के अनुसार परशुराम बेंगलुरु में  तीन लोगों के संपर्क में था। हालांकि परशुराम ने अभी किसी के भी नाम का खुलासा नहीं किया है।

वेब डेस्कIBC24

 


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