गहलोत ने जन अनुशासन पखवाड़े के निर्देशों को और सख्त बनाने व आगे जारी रखने को कहा

गहलोत ने जन अनुशासन पखवाड़े के निर्देशों को और सख्त बनाने व आगे जारी रखने को कहा

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  • Publish Date - April 29, 2021 / 08:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:18 PM IST

जयपुर, 29 अप्रैल (भाषा) कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या से चिंतित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तेजी से बढ़ रहे संक्रमण की रोकथाम के लिए गृह विभाग को जन अनुशासन पखवाड़े के दिशा निर्देशों को और अधिक सख्त बनाने तथा इसे आगे भी लागू रखने के निर्देश दिए हैं।

गहलोत ने कहा कि जरूरतमंद तबके की आजीविका का ध्यान रखते हुए ऐसी गाइडलाइन तैयार करें, जिससे लोगों का अनावश्यक आवागमन नहीं हो और संक्रमण की रफ्तार पर अंकुश लगाने में कामयाबी मिले अन्यथा स्थितियां और विकट हो सकती हैं।

राज्य में फिलहाल जन अनुशासन पखवाड़े के तहत ज्यादातर प्रतिष्ठान व बाजार बंद हैं और यह व्यवस्था तीन मई तक के लिए है।

गहलोत बृहस्पतिवार को को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कोरोना संक्रमण व संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा मंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह तथा पुलिस महानिदेशक तमाम स्थितियों को ध्यान में रखकर जन अनुशासन की गाइडलाइन तैयार करें।

उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास यह होना चाहिए कि संक्रमण की गति हर हाल में धीमी हो, चाहे इसके लिए और सख्त कदम उठाने पड़ें।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में आक्सीजन व रेमडेसिवीर दवा सहित अन्य संसाधनों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल तथा प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा से दूरभाष पर चर्चा कर राजस्थान के हालातों से अवगत कराया है।

उन्होंने राजस्थान के लिए ऑक्सीजन व रेमडेसिवीर का कोटा बढ़ाने तथा अप्रैल माह के लिए आवंटित रेमडेसिवीर के कोटे को तत्काल प्रभाव से उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। साथ ही, आगामी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए राजस्थान को यह सभी संसाधन अधिक मात्रा में आवंटित करने की भी मांग रखी है।

भाषा पृथ्वी रंजन

रंजन