The former PM's container crushed a woman journalist
कोलकाता। 9 जनवरी की सुबह पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के तटीय गांव में रहने वाले 25 साल के युवक ने फेसबुक लाइव किया। इस दौरान उसके बाल बिखरे हुए थे, आंखें लाल थी और आवाज कांप रही थी। वह फेसबुक लाइव पर कह रहा था, ‘मेरी बहन निर्दोष है। उसने पैसे चोरी नहीं किए हैं। उन्होंने हमारे घर पर ताला लगा दिया है। हम बेघर हो गए हैं। हमारे पास मरने के अलावा कोई चारा नहीं है। हम कई लोगों से मिले, पुलिस से गुहार लगाई। किसी ने मदद नहीं की। पुलिस मेरा मोबाइल फोन रिकवर करेगी। सारे डॉक्युमेंट्स, ऑडियो कॉल और वॉयस रेकॉर्ड इसमें सेव हैं।’
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इसके बाद वह तेज आवाज में कहता है, ‘सुलतानपुर के लोगों ने पहले पुलिस शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई? उन्हें इसकी सजा मिलनी चाहिए। वे गलत तरीके से एक महिला पर शक कर रहे हैं और उसे प्रताड़ित कर रहे हैं… उन्होंने मेरी बहन के प्राइवेट पार्ट में लाठी मारकर प्रताड़ित किया। प्लीज उसे और मेरे जीजाजी को बचाएं। इस वीडियो को शेयर करें।’
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वीडियो में जिस वक्त यह शख्स अपनी व्यथा कह रहा होता है पीछे से फोन की घंटी बजती है लेकिन वह ध्यान नहीं देता है। 11 बजकर 25 मिनट पर वह अपना हैंडसेट जमीन पर रख देता है। इसके बाद उसके पिता (63), मां तीनों फ्रेम में आते हैं, एक-दूसरे को गले लगाते हैं और रोने लगते हैं। कुछ मिनट बाद, एक के बाद एक, वे पेड़ की टहनियों पर चढ़ते हैं और फांसी लगा लेते हैं। वीडियो में युवक के आखिरी शब्द होते हैं, ‘हम मर रहे हैं लेकिन उन्हें (बहन और जीजा) न्याय दो।’ जब पुलिस को शव मिले तो उसका फोन पेड़ के पास रखा हुआ था।
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पुलिस के अनुसार तीनों दक्षिण 24 परगना के रहने वाले हैं जिन्होंने रविवार तड़के बाखली बीच में सामूहिक आत्महत्या को अंजाम दिया। परिवार नीची जाति से ताल्लुक रखता है जिनकी गांव में अच्छी खासी तादाद है। पुलिस ने बताया कि कई महीनों से गांव के लोग (जहां युवक की बहन और पति रहते हैं) युवक की बहन पर करीब 10 लाख रुपये की हेराफेरी का आरोप लगा रहे थे जो स्वयं सहायता समूह की (एसएसजी) ओर से जुटाए गए थे। उसका पति कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूर है। पीड़ित युवक की बहन इस समूह की हेड थी। ये आरोप नवंबर 2021 से लगने शुरू हुए थे। महिला ने इन आरोपों को खारिज किया। उसने दावा किया कि उसने बैंक में पैसे जमा किए हैं जहां एसएसजी का खाता है।
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8 जनवरी को एक वीडियो सामने आया जिसमें महिला और उसके पति को रस्सियों से बांधकर घुमाया जा रहा था। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि दंपती को बिजली के खंभे से बांधा गया और लाठियों से पीटा गया। इसके बाद महिला और उसके पति को दूसरे गांव में भी ले जाया गया जहां महिला का मायका था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गुस्साई नाराज भीड़ ने दंपती के घर जाकर उन्हें बाहर खींच लिया। उन्हें बांधकर मारा-पीटा गया और परेड कराई गई। धमकी दी गई कि अगर पैसे वापस नहीं किए तो घर से निकाल दिया जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि परिवार की आत्महत्या से मौत होने से पहले ही मामले की जांच शुरू हो चुकी थी।
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युवक की बहन की शिकायत पर पुलिस ने मामले में अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी की है जिनमें से 6 महिलाएं हैं। आरोपियों पर धारा 307 (हत्या का प्रयास) समेत कई धाराओं में केस दर्ज हुआ है। वहीं बहन पर धन की हेराफेरी की आरोपों की बीडीओ कर रहा है।