महिला महापंचायत को लेकर दिल्ली-हरियाणा सीमा पर भारी पुलिस बल की तैनाती, कई किसान नेता हिरासत में

महिला महापंचायत को लेकर दिल्ली-हरियाणा सीमा पर भारी पुलिस बल की तैनाती, कई किसान नेता हिरासत में

  •  
  • Publish Date - May 28, 2023 / 04:59 PM IST,
    Updated On - May 28, 2023 / 04:59 PM IST

चंडीगढ़, 28 मई (भाषा) दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में बुलायी गयी ‘महिला महापंचायत’ में शामिल होने के लिए समर्थकों के साथ राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ रहे हरियाणा के कई किसान नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसान संगठन ‘भारतीय किसान यूनियन’ (भाकियू-चढूनी) ने यह दावा किया।

‘महिला महापंचायत’ के मद्देनजर, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कई स्थानों पर पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती के साथ अवरोधक लगा दिए गए है।

हरियाणा में सुबह के वक्त कई किसान नेताओं को उनके घरों के अंदर हिरासत में रखा गया था।

एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने सुबह अंबाला शहर के पास हरियाणा-पंजाब सीमा पर सैकड़ों किसानों को रोक दिया। उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया।

संगठन ने दावा किया कि कुछ अन्य किसान नेताओं को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में पुलिस ने हिरासत में लिया है।

हिरासत में लिए जाने के बाद चढूनी ने एक वीडियो संदेश जारी कर किसानों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने और सड़कों को अवरुद्ध नहीं करने की अपील की।

चढूनी ने कहा, ‘यह गिरफ्तारी दिल्ली में महा पंचायत को विफल बनाने के उद्देश्य से की गई है।’

उन्होंने अपने समर्थकों से कहा, ‘आप लोगों को सड़क जाम करने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन यदि रविवार शाम तक हिरासत में लिए गए किसान नेताओं को नहीं छोड़ा जाता है तब आप अपना फैसला ले सकते हैं।’

गौरतलब है कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर कई पहलवान पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और सांसद बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। पहलवानों का आरोप है कि सिंह ने कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है।

इसके बाद, कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने आंदोलन कर रहे पहलवानों को अपना समर्थन दिया।

अधिकारियों ने बताया कि सोनीपत, झज्जर, जींद, कुरुक्षेत्र, अंबाला, सिरसा और गुरुग्राम जिलों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और हरियाणा में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की गहन जांच की जा रही है।

भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रवक्ता सुखविंदर सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शनिवार देर रात कुछ किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया। वहीं, पुलिस ने रविवार को अंबाला में गुरुद्वारा मंजी साहिब के पास जीटी रोड पर कुछ किसानों को भी दिल्ली आने से रोक दिया।

महिला कार्यकर्ताओं सहित लगभग 200 किसान शनिवार रात से अंबाला में गुरुद्वारा मंजी साहिब में डेरा डाले हुए हैं, जिसके कारण गुरुद्वारा रोड के बाहर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है।

अंबाला के पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह ने बताया कि दिल्ली में ‘महिला महापंचायत’ आयोजित करने की कोई अनुमति नहीं दी गई है। पुलिस अधिकारी गुरुद्वारे पहुंचे और किसानों से कहा कि वे कानून को अपने हाथ में न लें और यहां से चले जाएं।’

नए संसद भवन के उद्धाटन समारोह और पहलवानों द्वारा ‘महिला महापंचायत’ के आह्वान के मद्देनजर रविवार को लुटियंस दिल्ली के इलाकों में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और अवरोधक लगाए गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार सुबह नए संसद भवन का उद्धाटन किया।

पुलिस कर्मियों ने इस मौके पर चेक प्वाइंट पर अवरोधक लगा दिए और राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले वाहनों की गहन जांच की गई।

वहीं, हिसार में पुलिस ने कुछ किसानों को बाडोपट्टी टोल प्लाजा पर उस समय हिरासत में लिया जब वे दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे।

पुलिस ने महिला महापंचायत में शामिल होने जा रहे सदानंद राजली, खाप नेता होशियार सिंह पंघाल, नरेश भयान, भाकियू (चढूनी) के हिसार जिला प्रमुख ढोला जवेरा और किसान नेता बलवान बेनिवाल सहित कई अन्य किसान नेताओं को हिरासत में लिया।

वहीं, दिल्ली पुलिस ने रविवार को पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया को कानून व्यवस्था के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया। उन्होंने संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करते हुए सुरक्षा घेरा तोड़ा था।

पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस ने धरना स्थल से पहलवानों के चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे जैसा सभी सामान हटा दिया।

भाषा साजन नरेश

नरेश