जयपुर, 12 अगस्त (भाषा) राजस्थान में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार को आठ और लोगों की मौत के साथ पिछले दो दिनों में वर्षा जनित हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार आगामी 4-5 दिनों तक राज्य के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। पिछले दो दिनों में भारी बारिश ने करौली और हिंडौन में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है, जहां निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। बांधों और नदियों के उफान पर होने से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
लगातार बारिश के बाद सोमवार शाम को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर शहर के विभिन्न इलाकों का दौरा किया। उन्होंने जवाहर सर्किल, मालवीय नगर, सांगानेर, ढेर के बालाजी इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी के कारण सोमवार को जयपुर, सवाई माधोपुर, भरतपुर, दौसा और करौली में स्कूल बंद रहे। जयपुर में बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सड़कें जलमग्न होने से यातायात प्रभावित हुआ।
जयपुर मौसम केंद्र के प्रवक्ता ने बताया कि अगले 4-5 दिनों तक पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में भारी और बहुत भारी बारिश हो सकती है।
आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव भगवत सिंह ने बताया कि करौली और हिंडौन कस्बे में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम ने करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
सवाई माधोपुर के रणथंभौर में त्रिनेत्र गणेशजी मंदिर में फंसे 25 श्रद्धालुओं को एसडीआरएफ की टीम ने रविवार रात और सोमवार सुबह रस्सी और लाइफ जैकेट के जरिए बचाया। एसडीआरएफ के कमांडेंट राजेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार रात 9.30 बजे तक 17 श्रद्धालुओं को बचा लिया गया। रात होने के कारण बचाव अभियान रोक दिया गया था और सोमवार सुबह फिर से शुरू किया गया, जिसमें 6 श्रद्धालुओं को बचा लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को दौसा में 30 वर्षीय एक व्यक्ति की भी मोरोली बांध में बह जाने से मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार सोमवार को जयपुर के कानोता बांध में रविवार शाम बहे पांच लोगों के शव निकाले गए, वहीं दो और लोग गलता कुंड में नहाते समय डूब गए।
पुलिस ने बताया कि कानोता बांध में डूबे युवकों की पहचान हर्ष नागौरा (20), विनय मीणा (22), विवेक माहौर (22), अजय माहौर (23) और हरकेश मीणा (24) के रूप में हुई है। ये सभी पिकनिक मनाने बांध पर गए थे। पुलिस ने बताया कि गलता कुंड में नहाते समय दो चचेरे भाई डूब गए।
सहायक पुलिस आयुक्त (उत्तर) हरिशंकर शर्मा ने बताया कि सवाई माधोपुर निवासी सोनी कोली (20) और राहुल कोली (23) नहाने के लिए गलता कुंड में गए थे। अधिकारियों ने बताया कि दौसा में 30 वर्षीय एक व्यक्ति की भी मोरोली बांध में बह जाने से मौत हो गई।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि राज्य में बारिश से संबंधित हादसों में 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मुख्यमंत्री को टैग करते हुए कहा, ‘‘राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश एवं इससे संबंधित हादसों के कारण 25 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी आपदा की स्थिति में राज्य के आपदा राहत मंत्री के बारे में जनता को यह नहीं पता कि वह पद पर हैं या उनका इस्तीफा स्वीकार हो गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए जिससे उचित निगरानी एवं राहत बचाव कार्यों के लिए निर्देशन मिल सके। विकट परिस्थितियों में ऐसी असमंजस की स्थिति राज्य की जनता के साथ छलावे जैसा है।’’
लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आशा अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने के बाद कृषि एवं आपदा राहत मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने हाल में मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। हालांकि, अभी तक उनका इस्तीफा आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया गया है।
इस घटनाक्रम के तुरंत बाद मीणा ने कहा कि वह मंगलवार को महुआ, वैर, बयाना, हिंडौन, करौली, गंगापुर, सवाई माधोपुर का दौरा करेंगे, जहां अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के बाद प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे।
इस बीच, मुख्यमंत्री शर्मा ने एक वीडियो जारी कर लोगों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों के साथ है। उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। कई जगहों पर बारिश ने पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मैं लगातार स्थिति पर नजर रख रहा हूं। कुछ जगहों पर जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति है और नदियों में पानी का बहाव भी तेज है। बांधों में भी लगातार पानी आ रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे में लोगों को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए तथा नदियों, झरनों, तालाबों और कुंडों में नहाने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा, ”बारिश का यह दौर आगे भी जारी रहने की संभावना है। मेरी आप सभी से अपील है कि मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों को गंभीरता से लें तथा सभी आवश्यक सावधानियां बरतें।”
पिछले 24 घंटों में जयपुर में रिकॉर्ड 118 मिमी बारिश दर्ज की गई है तथा यह दौर अभी भी जारी है। भरतपुर, करौली, दौसा और सवाई माधोपुर समेत कई जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
जयपुर के मौसम विभाग केंद्र के अनुसार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे के दौरान जयपुर हवाई अड्डे पर 118 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि इस दौरान दौसा के रामगढ़ पचवारा में 258 मिमी और करौली के सपोटरा में 207 मिमी बारिश हुई। दौसा जिले के लालसोट और राऊवास में 132 से 178 मिमी, जयपुर में 126 मिमी, सवाई माधोपुर के खंडार और बोनाली में कई जगह 117 से 168 मिमी बारिश हुई।
जयपुर मौसम केंद्र ने सोमवार को जयपुर, टोंक, बूंदी, सवाई माधोपुर, दौसा, कोटा, बारां और बूंदी जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया था।
केंद्र के अनुसार सुबह से शाम 5.30 बजे तक राजधानी जयपुर में 76.6 मिमी, सीकर में 38 मिमी, अलवर में 25 मिमी, अंता में 22.5 मिमी, अजमेर में 13.8 मिमी, धौलपुर में 11.5 मिमी, भरतपुर में 9.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम केंद्र के प्रवक्ता ने बताया कि अगले चार-पांच दिनों तक पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में भारी और अति भारी बारिश जारी रहने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में अगले चार-पांच दिनों तक मध्यम और कभी भारी बारिश होने की संभावना है। जोधपुर और उदयपुर संभाग में छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
प्रवक्ता के अनुसार एक जून से 12 अगस्त तक राजस्थान में सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। राज्य में इसी अवधि के दौरान दर्ज की गई सामान्य वर्षा 283.9 मिमी है, जो इस वर्ष 397.8 मिमी रही है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पूर्वी राजस्थान में 31 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। डूंगरपुर और बांसवाड़ा को छोड़कर लगभग सभी जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
भाषा
कुंज आशीष
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