ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं शासन की व्यवस्थागत विफलता इंगित कर रहीं : पटनायक

ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं शासन की व्यवस्थागत विफलता इंगित कर रहीं : पटनायक

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  • Publish Date - July 19, 2025 / 03:30 PM IST,
    Updated On - July 19, 2025 / 03:30 PM IST

भुवनेश्वर, 19 जुलाई (भाषा) ओडिशा की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने पुरी जिले में बदमाशों द्वारा 15 वर्षीय किशोरी को जिंदा जलाए जाने की घटना पर शनिवार को दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे मामले शासन की व्यवस्थागत विफलता को इंगित करते हैं।

बलंगा थाना क्षेत्र के बयाबर गांव में शनिवार सुबह अज्ञात युवकों ने 15 वर्षीय एक लड़की पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर उसे जिंदा जला दिया। इस घटना में लड़की 70 प्रतिशत तक झुलस गई है और उसका भुवनेश्वर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज किया जा रहा है।

राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पटनायक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘महिलाओं के खिलाफ ऐसी अकल्पनीय घटनाएं अब पूरे ओडिशा में लगभग रोजाना हो रही हैं। ये हिंसा के छिटपुट मामले नहीं हैं। निरंतर हो रहीं घटनाएं हतप्रभ करने वाली हैं और ये शासन की घोर व्यवस्थागत विफलता को इंगित करती हैं।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह घटना एफएम कॉलेज की एक छात्रा द्वारा आत्मदाह करने की घटना के एक सप्ताह के भीतर हुई है। गोपालपुर में छात्रा ने सामूहिक दुष्कर्म की भयावह घटना के बाद हर दरवाजा खटखटाया था और उसके बाद भी जब न्याय नहीं मिला तो उसने यह कदम उठाया।’’

पटनायक ने कहा कि ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि वर्तमान सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और उन्हें दंडित होने का कोई भय नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘इससे यह भी पता चलता है कि सरकार की निष्क्रियता और राजनीतिक संरक्षण के कारण ओडिशा महिलाओं के लिए अत्यधिक असुरक्षित होता जा रहा है।’’

पटनायक ने सवाल किया, ‘‘क्या ओडिशा सरकार अपनी गहरी नींद से जागेगी और त्वरित कार्रवाई करेगी ताकि अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सके? और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि क्या सरकार कार्रवाई करेगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों? ओडिशा की लड़कियां और महिलाएं जवाब का इंतजार कर रही हैं।’’

बालासोर के एफएम कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा ने यौन उत्पीड़न के कारण 12 जुलाई को आत्मदाह कर लिया था और 14 जुलाई को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

भाषा धीरज नेत्रपाल

नेत्रपाल