अफगानिस्तान, म्यांमार, श्रीलंका समेत इन देशों को भुखमरी से बचाने आगे आया भारत, दान कर रहा गेहूं समेत कई चीजें

Commendable initiative of India : म्यांमार को भी भारत ने 10,000 टन चावल-गेहूं के अनुदान के साथ मानवीय समर्थन जारी रखा है..

अफगानिस्तान, म्यांमार, श्रीलंका समेत इन देशों को भुखमरी से बचाने आगे आया भारत, दान कर रहा गेहूं समेत कई चीजें
Modified Date: November 29, 2022 / 08:45 pm IST
Published Date: July 20, 2022 6:45 am IST

न्यूयॉर्क। कुछ समय पहले ही UN ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए भारत 22 करोड़ आबादी को भुखमरी से जुझ रहे वाले आंकड़े प्रस्तुत किये थे। अब UNSC की हालिया मीटिंग में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने मुखर होकर खाद्य सुरक्षा पर भारत का पक्ष रखा। भारत द्वारा अफगानिस्तान, म्यांमार, श्रीलंका और यमन जैसे देशों को दी जा रही मानवीय मदद पर प्रकाश डाला और बताया कि भारत किस तरह विश्व में खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने के लिये प्रतिबद्ध है।   〈>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां Click करें*<<〉

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स्नेहा ने अफगानिस्तान के विषय में बात करते हुये कहा कि, भारत अफगानिस्तानी लोगों को 50,000 मीट्रीक टन गेंहु की सहायता दे रहा है। वहीं म्यांमार को भी भारत ने 10,000 टन चावल-गेहूं के अनुदान के साथ मानवीय समर्थन जारी रखा है। भारत यमन को भी बीते तीन महीनों में 250,000 टन से अधिक गेहूं की मदद भेज चुका ​है। कठिन दौ​र से गुजर रहे श्रीलंका को भी भारत लगातार मदद भेज रहा है।

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कोविड-19 महामारी के दौर में भारत द्वारा विश्व को दी गयी मानवीय सहायता के विषय में प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने कहा— भारत सरकार पूरे विश्व में 80 करोड़ लोगों को खाद्य सहायता पहुंचायी और 40 करोड़ लोगों को नगद ट्रांसफर किया गया। प्रथम सचिव ने कहा, हमने महिलाओं, बच्चों व कमजोर लोगों के लिए पोषण अभियान भी शुरू किया है

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स्नेहा दुबे ने सुरक्षा परिषद का ध्यान यूक्रेन संकट की ओर खींचते हुये इसे जल्द ही बातचीत के माध्यम से निपटाने पर जोर दिया और भविष्य की चिंताओं से अवगत कराते हुये कहा कि यूक्रेन में जारी संकट को तुरंत बातचीत के माध्यम से हल नहीं किया गया तो इसके नतीजे 2030 तक खाद्य सुरक्षा हासिल करने और भूख मिटाने के प्रयासों को पटरी से उतार देंगे।

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