‘खून खराबा’ रोकने के लिए भारत-पाकिस्तान वार्ता होनी चाहिए : हुर्रियत

‘खून खराबा’ रोकने के लिए भारत-पाकिस्तान वार्ता होनी चाहिए : हुर्रियत

  •  
  • Publish Date - November 14, 2020 / 12:59 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:00 PM IST

श्रीनगर, 14 नवंबर (भाष) अलगाववादी संगठन हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े ने शनिवार को कहा कि कश्मीर मुद्दे को सुलझाने और नियंत्रण रेखा के नजदीक बसे लोगों ‘‘निरर्थक खून-खराबे’’ को रोकने के लिए भारत-पाकिस्तान को बातचीत करनी चाहिए।

मीरवाइज उमर फारूक नीत धड़े ने बयान जारी कर शुक्रवार को नियंत्रण रेखा पर बढ़े तनाव और कई लोगों की जाने पर अफसोस और निराशा जताई।

बयान में कहा गया, ‘‘हुर्रियत एक बार फिर भारत और पाकिस्तान की सरकारों का आह्वान करता है कि वे युद्ध की भाषा छोड़ कश्मीर मुद्दा सुलझाने के लिए बातचीत की मेज पर आएं और चारों ओर इंसानों के निरर्थक खूनखराबे को खत्म करें।’’

भाषा धीरज हक शाहिद

शाहिद