Inflation in India: Saudi Arabia's decision blow to the Modi government

सऊदी अरब के इस फैसले से लगेगा मोदी सरकार को बड़ा झटका, जल्द उठाना होगा बड़ा कदम

Inflation in India: Saudi Arabia's decision blow to the Modi government : सऊदी अरब के इस फैसले से लगेगा मोदी सरकार को बड़ा झटका, जल्द उठाना....

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:58 PM IST, Published Date : June 8, 2022/1:50 pm IST

Inflation in India : नई दिल्ली। देश-दुनिया में चल रही तरह-तरह के कोलाहल के बीच सऊदी अरब ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक देश सऊदी अरब ने एशियाई देशों के लिए कच्चे तेल की कीमत बढ़ा दी है। गर्मियों में तेल की ज्यादा मांग को देखते हुए कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सऊदी अरब ने ये फैसला लिया है। सऊदी अरब के इस फैसले से भारत को भी बड़ा झटका लगा है। इससे भारत सबसे ज्यादा प्रभावित होगा, क्योंकि भारत सऊदी अरब से बड़ी मात्रा में तेल आयात करता है।

बता दें जुलाई महीने में एशियाई देशों के लिए अरब लाइट क्रूड ऑयल के आधिकारिक बिक्री मूल्य (OSP) में जून की तुलना में 2.1 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी की गई है।

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अनुमान से बहुत ज्यादा बढ़ी है कीमतें

अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत बाजार विश्लेषकों के अनुमान से बहुत अधिक बढ़ाया गया है। ज्यादातर विश्लेषकों ने कच्चे तेल की कीमत में लगभग 1.5 डॉलर की बढ़ोतरी का अनुमान जताया था। एक रिपोर्ट के अनुसार रॉयटर्स के पोल में छह में से सिर्फ एक ने कच्चे तेल की कीमत में दो डॉलर के उछाल का अनुमान जताया था। इस मामले में एशिया के एक तेल ट्रेडर ने कहा है कि, कच्चे तेल की कीमत में इतनी बढ़ोतरी का अंदाजा नहीं था, विशेष रूप से अरब लाइट क्रूड की कीमत में। हम इस फैसले से हैरान हैं।

बता दें दुनिया की सबसे बड़ी तेल की कंपनी सऊदी अरामको ने यह बढ़ोतरी की है। यह फैसला जुलाई में तेल का उत्पादन 648,000 बैरल प्रतिदिन बढ़ाने के ओपेक प्लस देशों के बीच हुए समझौते के बावजूद हुआ है।

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रूस से भारी छूट पर तेल खरीद रहा भारत और चीन

एशियाई देशों के लिए बढ़ी कच्ची तेल की कीमतों का भारत और चीन ओर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। हालांकि भारत और चीन लगातार रूस का तेल खरीद रहे हैं। इसके साथ ही इन देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर उसके खिलाफ किसी तरह के प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया था। बता दें भारत और चीन भारी छूट पर रूस का तेल ज्यादा मात्रा में खरीद रहे हैं। सऊदी अरामको ने रविवार रात को यूरोपीयन और भूमध्य देशों के लिए कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा किया था। सऊदी अरामको की तरफ से अमेरिका के लिए कच्चे तेल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया।

जल्द लेना होगा फैसला

सऊदी अरब के तेल की कीमतों में इजाफा करने के फैसले से मोदी सरकार को बड़ा झटका लगेगा। भारत अपनी आपूर्ति का सऊदी अरब से ही आयात करता है। इसके लिए भारत को जल्द ही कोई बड़ा समाधान निकलना होगा। अगर समय रहते कोई बड़ा फैसला नहीं लिया गया तो देश में तेल की कीमतों में भी बढ़ोतरी की जा सकती है।

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