INS कलवरी भारतीय नौसेना में शामिल,नेवी के युद्ध क्षमता में इजाफा

INS कलवरी भारतीय नौसेना में शामिल,नेवी के युद्ध क्षमता में इजाफा

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  • Publish Date - December 14, 2017 / 03:55 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

भारतीय नौसेना में शामिल होकर स्कॉर्पीन INS कलवरी पनडुब्बी ने नौसेना की युद्ध क्षमता में इजाफा किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुंबई के मझगांव डोकयार्ड में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत कर स्कॉर्पीन को नौसेना में शामिल किया.

 

 

 

 

 

 

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कार्यक्रम में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा, फ्लैग अफसर कमांडिंग ऑफ द वेस्टर्न नेवल कमांड और वरिष्ठ रक्षा अधिकारी मौजूद हैं.

 

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आईएनएस कलवरी का गहरे समुद्र में 120 दिनों तक सघन परीक्षण हुआ है। इन परीक्षणों के दौरान उसके विभिन्न हथियारों का भी ट्रायल हुआ है।

 

स्कार्पीन स्तर की इस पनडुब्बी में उच्च स्तरीय घातक हथियार लगाए गए हैं। यह पनडुब्बी जरा भी आवाज नहीं करती। इसका आकार हाइड्रो-डायनामिक है।निर्देशित हथियारों के जरिए यह पनडुब्बी गुपचुप तरीके से अचूक हमले करती है। पनडुब्बी चाहे डूबी हो या सतह पर हो दोनो ही सूरतों में यह तारपीडो के अचूक निशाने लगाती है।

भारतीय नौसेना स्कार्पीन स्तर की दूसरी पनडुब्बी आइएनएस खंडेरी का अभी परीक्षण चल रहा है। उसे भी जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने की उम्मीद है।

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कलवरी का नाम हिंद महासागर में पाई जाने वाली खूंखार टाइगर शार्क के नाम पर पड़ा है। हालांकि पहली फोक्सटोर्ट क्लास की आइएनएस कलवरी नाम की पनडुब्बी को सबसे पहले भारतीय नौसेना में 8 दिसंबर, 1967 को शामिल किया गया था।

 

वेब डेस्क, IBC24