Air India Flight Crash: अधूरे रह गए सपने… किसी की थी पहली उड़ान, तो कोई करना चाहता था पिता की सेवा, रुला देगी प्लेन क्रैश में मारे गए लोगों की कहानियां
Air India Flight Crash: अधूरे रह गए सपने... किसी की थी पहली उड़ान, तो कोई करना चाहता था पिता की सेवा, रुला देगी प्लेन क्रैश में मारे गए लोगों की कहानियां
Air India Flight Crash/ Image Credit: X Handle
- अहमदाबाद प्लेन हादसे में 265 लोगों ने गवांई जान।
- हादसे के बाद अधूरे रह लोगों के सपने।
नई दिल्ली। Air India Flight Crash: अहमदाबाद में कल यानी 12 जून को एक दर्दनाक विमान हादसा हुआ। जिसमें एयर इंडिया का B787 विमान VT-ANB, अहमदाबाद से गैटविक के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 265 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू शामिल थे। वहीं इस दर्दनाक हादसे में कई ऐसी जिंदगियां तबाह हुई है। जिनकी बहुत सारी अधूरी इच्छाएं थी। इसमें क्रू मेंबरों की कहानी बहुत दर्दनाक और प्रेरणादायक हैं, जिसमें एक पायलट की रिटायरमेंट होने वाली थी, तो फ्लाइट अटेंडेंट लड़की जो अपने गांव की हर बेटी को सपने देखने की हिम्मत दी थी। इनकी कहानियां सुन हर किसी की आंखे नम हो गई है।
कैप्टन सुमित सभरवाल
इसमें सबसे पहला नाम कैप्टन सुमित सभरवाल का आता है। जो कुछ ही महीने में रिटायर होने वाले थे। सुमित मुंबई पवई के रहने वाले हैं। कैप्टन सुमित एयर इंडिया में लाइन ट्रेनिंग कैप्टन (LTC) थे। दो साल पहले ही उनका मां का निधन हुआ था जिस वजह से वे रिटायरमेंट के बाद अपने पिता की सेवा करना चाहते थे।
फ्लाइट अटेंडेंट दीपक पाठक
बदलापुर के रहने वाले फ्लाइट अटेंडेंट दीपक पाठक भी इस विमान में ड्यूटी पर थे। जो पिछले 11 सालों से एयर इंडिया में काम कर रहे थे और वे हर टेक ऑफ से पहले घर में फोन किया करते थे। हादसे वाले दिन भी दीपक ने अपने परिजनों को कॉल किया था, लेकिन यह किसे मालूम था की ये उनकी आखिरी कॉल होगी।
साईनीता चक्रवर्ती
35 साल की साईनीता चक्रवर्ती, जिन्हें लोग प्यार से ‘पिंकी’ बुलाया करते थे। वे जुहू कोलीवाड़ा में रहती थी, जिसने कड़ी मेहनत से अपने सपने को पूरा किया था। उनकी मौत के बाद उनके दोस्तों ने कहा- उसकी वर्दी देखकर गर्व होता था।
क्रू मेंबर मैथिली पाटिल
24 साल की मैथिली मोरेश्वर पाटिल एक ऐसी मेहनती लड़की थी जिसने साधारण परिवार से होने के बाद भी अपने सपनों को पूरा किया, जो गांव की हर लड़की के लिए प्रेरणा थी। उनकी मौत से हर कोई दुखी है। लोगों ने कहा कि, मैथिली के सपने अब दूसरों को हौसला देकर जिंदा रहेंगे।
एक्टर विक्रांत मैसी के चचेरे भाई की भी हुई मौत
इस विमान हादसे में एक्टर विक्रांत मैसी के चचेरे भाई की भी मौत हो गई। उनके भाई क्लाइव कुंदर इस विमान के को-पायलट थे। इस घटना के बाद एक्टर ने दुख जताया। साथ ही उन्होंने कहा कि, मेरे चाचा ने क्लिफोर्ड कुंदर ने अपने बेटे क्लाइव को खो दिया।
रोशनी राजेंद्र
27 साल की रोशनी राजेंद्र वह रोशनी थी जिसने हमेशा अपने माता-पिता का नाम रोशन किया। जिसका बचपन से ही एयर होस्टेस बनने का सपना था। लोग उनके जिंदादिली के दीवाने थे। बता दें कि, इस विमान हादसे में जान गंवाने वाले वो इंसान थे, जिन्होंने दूसरों को उड़ान भरने की प्रेरणा दी। जो अब अपनी मौत के बाद भी अपनी जिंदादिली की छाप छोड़ गए हैं।

Facebook



