VIDEO: फूट-फूटकर रोई DG लोहिया की मां, डबडबाई आंखों से पूछा- मेरे बेटे का क्या कसूर था, उसने किसी का क्या बिगाड़ा था?

Jammu and Kashmir Police DG Hemant Kumar : एक मां के सामने ही उसके कलेजा का टुकड़ा इस दुनिया से चला जाए तो क्या कहेंगे।

VIDEO: फूट-फूटकर रोई DG लोहिया की मां, डबडबाई आंखों से पूछा- मेरे बेटे का क्या कसूर था, उसने किसी का क्या बिगाड़ा था?

Jammu and Kashmir Police DG Hemant Kumar lohiya

Modified Date: November 29, 2022 / 08:45 pm IST
Published Date: October 5, 2022 11:10 pm IST

Jammu and Kashmir Police DG Hemant Kumar : एक मां के सामने ही उसके कलेजा का टुकड़ा इस दुनिया से चला जाए तो क्या कहेंगे। उसके लिए इससे बढ़कर और कोई दुख नहीं हो सकता। कुछ ऐसा ही हाल है परमेश्वरी लोहिया का। जब उन्होंने अपने बेटे हेमंत कुमार लोहिया के शव को देखा। बेटे के अंतिम संस्कार में पहुंची परमेश्वरी लोहिया की आंसूओं से भरी आंखों में एक ही सवाल था कि उनके बेटे का कसूर क्या है? फूट-फूटकर रो रही परमेश्वरी लोहिया ने जब वहां मौजूद मीडिया को देखा तो डबडबाई आंखों से पूछ ही लिया- मेरे बेटे ने किसी का क्या बिगाड़ा था?

read more : रावण दहन के दौरान भीड़ के ऊपर गिरा लंकेश का पुतला, हादसे में कई लोग घायल, मची चीख-पुकार, देखें वीडियो 

जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजी (जेल) हेमंत कुमार लोहिया का अंतिम संस्कार बुधवार को जम्मू में हुआ। उस वक्त उनका परिवार वहां मौजूद रहा, हेमंत कुमार लोहिया की मां परमेश्वरी लोहिया जब वहां पहुंची तो मीडिया को देखकर उनके सब्र का बांध टूट गया। फूट-फूटकर रो रही उनकी मां का सभी से एक ही सवाल था कि ‘उनके बेटे की गलती क्या थी? उसने किसी का क्या बिगाड़ा था, ईमानदारी से अपना काम किया। सरकारी पैसे का कभी दुरुपयोग नहीं किया।’

 ⁠

read more : ‘विजयदशमी’ पर मां दुर्गा के रूप में नजर आई हेमा मालिनी, वीडियो शेयर कर कही ये बड़ी बात 

डीजी हेमंत कुमार का शव मंगलवार देर रात उनके एक दोस्त के घर पर मिला था। 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया की उनके ही नौकर ने गला रेत कर उनकी हत्या कर दी थी। उनके शरीर पर चोट और जलने के निशान भी मिले। उनका नौकर मौके से फरार हो गया था, हालांकि पुलिस ने उसे कुछ घंटों के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया।

read more :  बारिश में गुस्सा हुआ रावण! मिट्टी का तेल डालने के बाद भी नहीं जला, इधर मेघनाथ का पुतला भी धड़ाम से गिरा 


लेखक के बारे में