जम्मू-कश्मीर: जंगल में छिपे आतंकियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान का दायरा बढ़ाया गया

जम्मू-कश्मीर: जंगल में छिपे आतंकियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान का दायरा बढ़ाया गया

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  • Publish Date - December 22, 2025 / 03:51 PM IST,
    Updated On - December 22, 2025 / 03:51 PM IST

जम्मू, 22 दिसंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर में उधमपुर जिले के वन क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों का पता लगाने के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान का दायरा सोमवार को बढ़ा दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि दो आतंकवादियों के एक घर से खाना लेने और पास के जंगल क्षेत्र में भाग जाने की सूचना के बाद मजालता के जंगल में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया।

उन्होंने बताया कि खोजी कुत्तों और हवाई निगरानी की मदद से चलाए जा रहे घेराबंदी और तलाशी अभियान का दायरा सोमवार सुबह जंगल क्षेत्र में लगभग दस किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया ताकि मजालता इलाके में छिपे दोनों आतंकियों को पकड़ा जा सके।

पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार जंगल क्षेत्र में आतंकवादियों को देखे जाने के बाद इस अभियान का विस्तार करना आवश्यक हो गया था। रविवार रात को भी दोनों आतंकियों की गतिविधि की सूचना मिली थी।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों का संयुक्त तलाशी अभियान चोरे मोतु और उसके आसपास के मजालता क्षेत्र के इलाकों में जारी है। कुछ दिन पहले इस जगह से पांच किलोमीटर की दूरी पर मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था।

उन्होंने बताया कि शनिवार देर रात खुफिया जानकारी मिली थी कि दो अज्ञात आतंकवादी शाम करीब 6.30 बजे चोरे मोतु गांव में मंगतु राम के घर गए और भोजन लेकर चले गए।

गौरतलब है कि 15 दिसंबर को मजालता क्षेत्र के सौन गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की गतिविधियों के बारे में सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई शुरू की थी। अधिकारियों ने बताया कि घने जंगल और अंधेरे का फायदा उठाते हुए आतंकवादी भागने में कामयाब रहे।

भाषा आशीष नेत्रपाल

नेत्रपाल