बेंगलुरु, 20 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने रविवार को कहा कि सरकार 16 अप्रैल को सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) में शामिल होने वाले ब्राह्मण छात्रों को ‘‘जनेऊ उतारने के लिए मजबूर’’ करने से जुड़े मामले में दोषी किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
शिवकुमार ने बेलथांगडी वोक्कालिगारा सेवा संघ और वाणी शिक्षा संस्थान के एक नए भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सरकार धर्म के पालन में हस्तक्षेप नहीं करेगी। हमारी सरकार हर धर्म की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। राज्य सरकार सभी को साथ लेकर चलने के लिए काम करेगी।’’
कम से कम चार छात्रों ने शिकायत की है कि उनके जनेऊ या तो उतार लिए गए या उन्हें पहनने के कारण परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
एक मामले में शिवमोगा में पुलिस शिकायत दर्ज की गई है, जबकि दूसरे मामले में बीदर के एक स्कूल के प्रधानाचार्य और एक अन्य कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
भाषा शफीक खारी
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