अलर्ट! मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के बाद इस राज्य में भी बढ़ा कोरोना का खतरनाक वेरिएंट, RT-PCR रिपोर्ट लाना होगा अनिवार्य

कर्नाटक में कोरोना वायरस के एवाई.4.2 वेरिएंट के मामलों की संख्या सात हुई

अलर्ट! मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के बाद इस राज्य में भी बढ़ा कोरोना का खतरनाक वेरिएंट, RT-PCR रिपोर्ट लाना होगा अनिवार्य
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: October 27, 2021 1:05 pm IST

बेंगलुरु, 27 अक्टूबर (भाषा) बेंगलुरु में कोरोना वायरस के डेल्टा एवाई.4.2 वेरिएंट के तीन नए मामले सामने आने के बाद इनकी कुल संख्या सात हो गई है। यह वेरिएंट दूसरे कुछ देशों में तेजी से फैल रहा है। राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आयुक्त डॉक्टर रणदीप सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया, ”राज्य में (एवाई.4.2 वेरिएंट के) मामलों की संख्या सात हो गई है। तीन मामले बेंगलुरु से जबकि चार राज्य के विभिन्न हिस्सों में सामने आए।”

read more: fact check: भारत-पाकिस्तान मैच के बाद से वायरल हो रही ये तस्वीर, जानिए क्या है इसकी हकीकत

सिंह ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के मामले नियंत्रण में हैं। सरकार विदेश से राज्य में आने वाले लोगों के लिये आगमन से 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट लाना अनिवार्य करने जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया, ”जांच रिपोर्ट को एयर सुविधा नामक ऐप पर अपलोड करना होगा। इसके अतिरिक्त पृथक-वास में रहने जैसी कोई पाबंदियां नहीं होगीं।”

 ⁠

read more: WHO ने भारत बायोटेक से कोवैक्सीन के संबंध में मांगा ‘अतिरिक्त स्पष्टीकरण’, अंतिम मूल्यांकन 3 नवंबर को

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार कोविड-19 के तेजी से फैलने वाले इस वेरिएंट से निपटने के लिये कई कदम उठाएंगी। उन्होंने कहा कि नए वेरिएंट से मौत होने का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एक या दो रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com