करूणानिधि के निधन के बाद परिवार में सत्ता संघर्ष, अलागिरी का दावा-डीएमके का असली काडर मेरे साथ

करूणानिधि के निधन के बाद परिवार में सत्ता संघर्ष, अलागिरी का दावा-डीएमके का असली काडर मेरे साथ

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  • Publish Date - August 13, 2018 / 09:18 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:54 PM IST

चेन्नई। तमिलनाडु में डीएमके प्रमुख एम करूणानिधि के निधन को महज कुछ ही दिन हुए हैं और उनके परिवार में पार्टी पर कब्जा करने के लिए भाई-भाई में संघर्ष शुरु होता नजर आ रहा है। करूणानिधि के बड़े बेटे एमके अलागिरी ने उनके समाधिस्थल पर जाकर दावा किया कि डीएमके का असली काडर उनके साथ है। 4 साल पहले पार्टी से निष्कासित किए गए अलागिरी अब तक राजनीति से दूर रहे थे। करुणानिधि ने अपने निधन से सालभर पूर्व अलागिरी के छोटे भाई और अपने दूसरे बेटे स्टालिन को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष भी बना दिया था। अलागिरी ने यह दावा पार्टी की अहम बैठक से एक दिन पहले किया है।

अलागिरी ने कहा कि मेरे पिता के असली करीबी सभी मेरी तरफ है। तमिलनाडु में सभी समर्थक मेरे साथ हैं और मुझे प्रोत्साहित कर रहे हैं। समय बताएगा कि मैं अभी क्या कुछ कहना चाहता हूंउधर अलागिरी को दोबारा पार्टी में शामिल किए जाने की मांग तेज होती नजर आ रही है।

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अलागिरी ने खुद कहा कि पार्टी में जो कुछ हुआ है उससे उन्हें दुख हुआ है। सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में कई विडियो शेयर किए जा रहे हैं और पोस्टर के जरिए करुणानिधि के बेटे अलागिरी को भविष्य के नेता के तौर पर प्रॉजेक्ट किया जा रहा है। हालांकि डीएमके के प्रवक्ता इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं।

वेब डेस्क, IBC24