Delhi Weather Forecast: नई दिल्ली। उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित करने वाले एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले दो दिनों तक राजधानी में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की भविष्यवाणी की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई और सड़क, रेल एवं हवाई यातायात प्रभावित हुआ।
Delhi Weather Forecast: आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब से लेकर हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार तक घने से बहुत घने कोहरे की परत छाई रही। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित पालम वेधशाला में दृश्यता 50 मीटर दर्ज की गई। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि कोहरे के कारण 95 ट्रेन देरी से चल रही हैं, वहीं दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड ने ट्वीट किया, “इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कम दृश्यता में उड़ानों का परिचालन जारी रखने के लिए जरूरी प्रक्रिया चल रही है। यात्रियों को उड़ानों के संबंध में अद्यतन जानकारी के लिए संबंधित विमानन कंपनी से संपर्क करने की सलाह दी गई है।”
Delhi Weather Forecast: मौसम कार्यालय के अनुसार, दृश्यता जब शून्य से 50 मीटर के बीच रह जाती है तो उस समय ‘बहुत घना’ कोहरा होता है। वहीं, 51 से 200 मीटर के बीच दृश्यता की स्थिति में ‘घना’, 201 से 500 मीटर के बीच ‘मध्यम’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच दृश्यता की स्थिति में ‘हल्का’ कोहरा होता है। राष्ट्रीय राजधानी के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में बृहस्पतिवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने के आसार हैं। हालांकि, शहर में न्यूनतम तापमान बढ़कर नौ डिग्री सेल्सियस पर पहुंच सकता है।
Delhi Weather Forecast: विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने और बर्फ से ढके पहाड़ों से आने वाली ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण आगामी दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में फिर से शीतलहर चलने का अनुमान है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पांच जनवरी से नौ जनवरी तक भीषण शीतलहर देखी गई, जो एक दशक में महीने में दूसरी सबसे लंबी अवधि है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस महीने अब तक 50 घंटे से अधिक घना कोहरा दर्ज किया गया है, जो 2019 के बाद सबसे अधिक है।