लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार ने दो व्यक्तियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची : सीबीआई

लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार ने दो व्यक्तियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची : सीबीआई

  •  
  • Publish Date - December 21, 2025 / 08:42 PM IST,
    Updated On - December 21, 2025 / 08:42 PM IST

नयी दिल्ली, 21 दिसंबर (भाषा) तीन लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किये गये रक्षा मंत्रालय के लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा ने दुबई स्थित एक लॉजिस्टिक्स कंपनी के एक खेप को संयुक्त अरब अमीरात भेजने के वास्ते विदेश मंत्रालय से मंजूरी दिलवाने के लिए उसके (कंपनी के) दो कर्मियों के साथ आपराधिक साजिश रची थी। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी प्राथमिकी में यह जानकारी दी है।

सीबीआई के अनुसार शर्मा के परिसर की तलाशी समाप्त होने के बाद रविवार को दस्तावेजों का विवरण सार्वजनिक किया गया। तलाशी में शर्मा के परिसर से 2.36 करोड़ रुपये से अधिक नकद भी बरामद किया गया।

प्राथमिकी में कहा गया है कि शर्मा रक्षा मंत्रालय के संवेदनशील रक्षा उत्पादन विभाग में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निर्यात के उपनियोजन अधिकारी के पद पर तैनात थे।

सीबीआई ने रिश्वत मामले के सिलसिले में शर्मा के कार्यालय की तलाशी भी ली थी।

सीबीआई ने दावा किया है कि उसे जानकारी मिली थी कि रक्षा मंत्रालय के अधिकारी शर्मा रक्षा उत्पादों के निर्माण, निर्यात आदि से जुड़ी विभिन्न निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ आपराधिक साजिश रचकर ‘लगातार भ्रष्ट और अवैध गतिविधियों में लिप्त’ रहते हैं।

सीबीआई ऐसी सूचनाएं मिलने मिलने के बाद दुबई स्थित लॉजिस्टिक्स कंपनी ‘डीपी वर्ल्ड’ पर नजर रखने लगी। ‘डीपी वर्ल्ड’ संयुक्त अरब अमीरात स्थित एक वैश्विक कंपनी मानी जाती है।

कंपनी ने इस संबंध में प्रतिक्रिया के लिए ई-मेल भेजे जाने पर कोई जवाब नहीं दिया।

सीबीआई के मुताबिक दो व्यक्ति नियमित रूप से शर्मा के संपर्क में थे, जिनकी पत्नी कर्नल काजल बाली राजस्थान के श्री गंगानगर में 16वें इन्फैंट्री डिवीजन आयुध इकाई की कमांडिंग अधिकारी हैं और इस मामले में सह-आरोपी हैं।

पहला व्यक्ति राजीव यादव है जिसकी सार्वजनिक प्रोफ़ाइल के अनुसार वह कंपनी में निदेशक है। दूसरा व्यक्ति रवजीत सिंह है जो कंपनी के भारत संचालन की देखभाल कर रहा है। दोनों बेंगलुरु में रहते हैं।

प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि ये दोनों अपनी कंपनी के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों से अवैध तरीकों से अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए शर्मा के साथ नियमित संपर्क में थे।

इसमें कहा गया है कि अक्टूबर में, यादव और सिंह ने कथित तौर पर शर्मा के साथ मिलकर दुबई जाने वाले अपने माल के संबंध में ‘विदेश मंत्रालय से मंजूरी दिलाने’ के लिए एक आपराधिक साजिश रची थी।

सीबीआई ने आरोप लगाया, ‘‘यह खुलासा हुआ है कि शर्मा ने अपने संपर्कों और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डीपी वर्ल्ड से संबंधित उक्त खेप के संबंध में मंजूरी जारी करवाई।’’

यादव ने कथित तौर पर दुबई खेप के संबंध में शर्मा को उसके काम के लिए भुगतान कराने हेतु दिसंबर में एक बैठक आयोजित की थी। पहली बैठक आठ दिसंबर को लेफ्टिनेंट कर्नल के नारायणा विहार स्थित आवास पर होनी थी, लेकिन वह नहीं हो सकी।

दूसरी कोशिश 18 दिसंबर को विनोद कुमार नामक एक व्यक्ति के माध्यम से यादव और मधु के इशारे पर शर्मा को अनुचित लाभ की राशि देने की गयी थी।

एजेंसी ने आरोप लगाया,‘‘इसी क्रम में, विनोद कुमार ने उसी दिन शाम को दिल्ली के नारायणा विहार स्थित दीपक कुमार शर्मा के आवास पर जाकर उसे तीन लाख रुपये की रिश्वत की राशि सौंपी और मधु को भी इसकी पुष्टि की।’’

गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों (शर्मा और विनोद कुमार) को यहां एक विशेष न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 23 दिसंबर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया।

भाषा रवि कांत रवि कांत राजकुमार

राजकुमार

राजकुमार