मप्र : कान्हा अभ्यारण्य में 24 घंटे में ‘बालाघाट’ नर बाघ और दो शावकों की मौत हुई
मप्र : कान्हा अभ्यारण्य में 24 घंटे में 'बालाघाट’ नर बाघ और दो शावकों की मौत हुई
मंडला (मध्यप्रदेश), तीन अक्टूबर (भाषा) मध्य प्रदेश के कान्हा बाघ अभ्यारण्य (केटीआर) के विभिन्न हिस्सों में एक ही दिन मृत पाए गए एक बाघ और दो मादा शावकों के शवों का क्रियाकर्म कर दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि उन्हें अन्य बाघों ने मारा है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि एक बाघ बृहस्पतिवार को मुखी रेंज में मृत पाया गया। आठ से दस साल की आयु वाले इस मृत बाघ की पहचान ‘बालाघाट नर बाघ’ के रूप में हुई है जो अभ्यारण्य में पर्यटकों को अक्सर दिखाई देता था।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि 170 से 180 किलोग्राम वजनी इस बाघ की श्वांस नली पर घाव थे, जिससे संकेत मिलता है कि किसी अन्य बाघ के साथ लड़ाई में उसकी मौत हुई। यह अभ्यारण्य बालाघाट तक फैला हुआ है। बालाघाट एक नक्सल प्रभावित ज़िला है और मंडला की सीमा से लगा हुआ है।
अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बाघ बफर क्षेत्र में घूम रहा था और संभवतः मुख्य क्षेत्र में भटककर किसी अन्य बाघ के क्षेत्र में पहुंच गया जिससे उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशानिर्देशों के अनुसार मृत बाघ को आग के हवाले कर दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार को कान्हा रेंज में दो मादा शावकों को एक वयस्क बाघ ने मार डाला।
अधिकारियों के अनुसार, पिछली बाघ गणना में पता चला था कि केटीआर में राज्य में सबसे ज़्यादा 137 बाघ है।
2022 में की गई गणना के अनुसार, मध्यप्रदेश में 785 बाघ हैं। यह संख्या देश में सबसे ज़्यादा है।
भाषा सं दिमो
मनीषा
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