करोड़ों रूपये की ऋण धोखाधड़ी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, एक ही संपत्ति को कई बार गिरवी रखा

करोड़ों रूपये की ऋण धोखाधड़ी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, एक ही संपत्ति को कई बार गिरवी रखा

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  • Publish Date - May 1, 2025 / 08:33 PM IST,
    Updated On - May 1, 2025 / 08:33 PM IST

नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक ही संपत्ति को कई बार गिरवी रखकर निजी बैंकों के साथ कथित तौर पर धोखाधड़ी करने के एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

ईओडब्ल्यू के अनुसार, मामला नवंबर 2019 का है।

इसने कहा कि तब मनीष और उसकी पत्नी अनीता (दोनों ही एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक) ने एक निजी बैंक की राजौरी गार्डन शाखा से तीन करोड़ रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा की मांग की थी।

ईओडब्ल्यू ने एक बयान में कहा कि जमानत के तौर पर उन्होंने द्वारका में तीसरी मंजिल पर स्थित एक रिहायशी संपत्ति का बैनामा प्रस्तुत किया, जिसमें दावा किया गया कि इस संपत्ति पर कोई कर्ज नहीं है और अनीता इसकी मालिक है। इस आधार पर बैंक ने ऋण स्वीकृत किया।

ईओडब्ल्यू ने कहा कि हालांकि जब दंपति ने ऋण नहीं चुकाया और उनका पता नहीं चला तो बैंक ने आंतरिक जांच शुरू की और पाया कि उसी संपत्ति को पहले ही 2.7 करोड़ रुपये के दूसरे ऋण के लिए एक अन्य निजी बैंक को गिरवी रखा गया था।

प्रस्तुत बैनामा फर्जी पाया गया तथा उप-पंजीयक के हस्ताक्षर भी जाली थे।

ईओडब्ल्यू के एक अधिकारी ने कहा, ‘पहले निजी बैंक की शिकायत के बाद, दिसंबर 2022 में भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश से संबंधित एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जांच से पता चला कि दंपति ने एक ही संपत्ति के कई बैनामा बनाए थे और उनका इस्तेमाल विभिन्न बैंकों से वित्तीय सुविधाएं प्राप्त करने के लिए किया था। उन्होंने पते के प्रमाण और वित्तीय दस्तावेज भी जाली बनाए।’

अनीता को अप्रैल 2024 में गिरफ्तार किया गया था। मनीष तब से गिरफ्तारी से बच रहा था और उसे 28 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया।

मामले में आगे की जांच जारी है तथा और अधिक गिरफ्तारियां या खुलासे होने की उम्मीद है।

भाषा

शुभम माधव

माधव