नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) संसद की एक समिति के सदस्यों ने दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ानों में विलंब को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि यह एक भयावह स्थिति है, जिससे यात्रियों को बहुत असुविधा हो रही है।
सूत्रों का कहना है कि जनता दल (यू) के सांसद संजय झा की अध्यक्षता वाली परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति की बैठक में विभिन्न सदस्यों ने नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों से टर्मिनल 2 (टी 2) के बंद होने से पैदा हुई स्थिति और हाल में उड़ानों के परिचालन में हुई देरी को देखते हुए मंत्रालय की योजना के बारे में सवाल किया। बैठक बृहस्पतिवार को हुई।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का सबसे बड़ा और व्यस्ततम हवाई अड्डा है। इसमें तीन टर्मिनल – टी1, टी2 और टी3 – और चार रनवे हैं। वर्तमान में टी2 और एक रनवे आरडब्ल्यू 10/28 को मरम्मत कार्यों के लिए अस्थायी रूप से बंद किया गया है।
टी2 को 15 अप्रैल को बंद कर दिया गया था और वहां से सभी उड़ानें टी1 पर स्थानांतरित कर दी गई हैं।
बैठक में कुछ सांसदों ने कहा कि मौजूदा समस्या को उजागर करने के लिए उनकी उड़ानों में देरी का हवाला दिया।
सूत्रों के अनुसार, जवाब में मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि उड़ान में व्यवधान मुख्य रूप से पिछले सप्ताह की धूल भरी आंधी के कारण हुआ और आश्वासन दिया कि स्थिति में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं, हालांकि सांसदों ने कहा कि स्थिति खराब और सामान्य होने से बहुत दूर है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि मंत्रालय का स्पष्टीकरण ‘‘संतोषजनक’’ नहीं है।
बैठक में मौजूद एक सांसद ने कहा कि हवाई अड्डे पर केवल रेस्तरां और कैफे चलाने वाले ही खुश हैं, क्योंकि उनका कारोबार काफी अच्छा चल रहा है, क्योंकि देरी और भीड़भाड़ के कारण यात्रियों को काफी समय हवाईअड्डे पर बिताना पड़ता है।
भाषा हक
हक दिलीप
दिलीप
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