मोदी और केजरीवाल एक ही सिक्के के दो पहलू, झूठों के सरदार हैं: खरगे

मोदी और केजरीवाल एक ही सिक्के के दो पहलू, झूठों के सरदार हैं: खरगे

  •  
  • Publish Date - January 29, 2025 / 06:28 PM IST,
    Updated On - January 29, 2025 / 06:28 PM IST

नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि दोनों ‘‘एक ही सिक्के के दो पहलू’ और ‘‘झूठों के सरदार’’ हैं।

खरगे ने यहां बुराड़ी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) ने मिलकर कांग्रेस को सत्ता से हटाया, लेकिन दिल्ली तथा देश के लोगों के लिए कुछ नहीं किया।

उन्होंने आप पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘ये बातें ऐसी करते हैं कि मानो सीधे स्वर्ग से उतरे हों।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कथित शराब घोटाले का हवाला देते हुए कहा, ‘‘अगर सब ठीक है तो (केजरीवाल) जेल क्यों गए, आबकारी घोटाले में क्यों पकड़े गए? आप दोनों (मोदी और केजरीवाल) हरिश्चंद्र के बेटों ने मिलकर हमें (सत्ता से) निकाला, लेकिन इसके बाद कुछ नहीं किया।’’

खरगे ने कहा, ‘‘भाजपा के लोग तो कहते हैं कि आजादी 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मिली। 15 अगस्त, 1947 को देश को आजादी मिली, वो इसे नहीं मानते।’’

उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक हालिया बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘दिल्ली और कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक के लोगों ने आजादी के लिए कुर्बानी दी….उस समय महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और कई अन्य नेताओं के नेतृत्व में आजादी मिली। भाजपा और आप की वजह से आजादी नहीं मिली।’’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा और केजरीवाल ने मिलकर अन्ना हजारे का आंदोलन संचालित किया।

खरगे ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी और आप दोनों भाई हैं। ये एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इधर देखो तो मोदी दिखेंगे, दूसरी तरफ घुमाओ तो केजरीवाल।’’

खरगे ने आरोप लगाया कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात करने वाले ने ‘सबका सत्यानाश’ कर दिया।

उन्होंने यमुना की सफाई का मुद्दा उठाते हुए कहा, ‘‘अगर पानी पीने लायक नहीं दे सकते तो आप कौन से नेता हैं।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘केजरीवाल कहते हैं कि यमुना में जहर मिलाकर भेज दिया। भाजपा कह रही है कि केजरीवाल ने झूठ बोला। आप दोनों झूठों के सरदार हो।’’

उन्होंने कहा कि इन लोगों का काम सिर्फ भाषण देना है, इन्हें काम नहीं करना है।

भाषा हक

हक वैभव

वैभव